ऑल इंडिया नर्सेज फेडरेशन आह्वान पर बेमियादी हड़ताल पर नर्स

-कार्य से विरत रहकर नर्सो ने किया अस्पताल और मेडिकल में प्रदर्शन

Meerut ऑल इंडिया गवर्नमेंट नर्सेस फेडरेशन नई दिल्ली के तत्वावधान में सातवें वेतन आयोग के विरोध में स्वास्थ विभाग में तैनात नर्सो ने कार्य बहिष्कार कर हड़ताल रखी। जिला अस्पताल और मेडिकल परिसर में हड़ताल पर बैठी नर्सो ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व सीएमएस को ज्ञापन देकर मांग पूरी करने की डिमांड रखी।

क्या है मामला

ऑल इंडिया गवरमेंट नर्सेज फेडरेशन की मेरठ जिलाध्यक्ष कौशल्या गौतम ने बताया कि सातवें वेतन आयोग के विरोध में मांगों को लेकर 24 अगस्त को दिल्ली में कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में 2 सितंबर को कार्य बहिष्कार कर अनिश्चितकाली हड़ताल पर रहने का आह्वान किया गया था। जिलाध्यक्ष ने बताया कि इस दौरान मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंप कर मामले में गंभीरता दिखाते की बात कही गई थी।

600 नर्स हड़ताल पर

राजकीय नर्सेस संघ की मंडल प्रभारी शैली भंडारी ने बताया कि हड़ताल के दौरान मवाना, सरूरपुर, दौराला व सरधना की सीएचसी पीएचसी समेत जिला महिला अस्पताल व जिला अस्पताल व मेडिकल की 200 व मंडल की 600 से अधिक नर्स अनिश्चिकालीन हड़ताल पर हैं। उन्होंने बताया कि सरकार जब तक उनकी मांगों का संज्ञान नहीं लेती हड़ताल जारी रहेगी। इस मौके पर ऊषा किरन, मैरी सैम्वल, प्रेमवती, विमला देवी व सुनीला सैम्वल शामिल रही।

ये है मांग

-प्रारंभिक ग्रेड पे 5400 पीबी-3 दिया जाए

-उन नर्सिग अधीक्षक पद को समाप्त न किया जाए

-सहायक नर्सिग अधीक्षक पदनाम परिवर्तित कर सहायक नर्सिग सिस्टर कर दिया जाए

-छठें वेतन आयोग के अंतर्गत नर्सिग भत्तों को दोगुना कर दिया जाए

-नर्सेस की आउटसोर्सिंग, ठेक व संविदा भर्ती रोकी जाए आदि

चौपट रही स्वास्थ व्यवस्था

नर्सो के बेमियादी हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ व्यवस्थाएं चौपट रही। वार्डो में जहां नर्स इलाज करने नहीं गई, वहीं मरीज भी बिना इलाज के परेशान नजर आए। उधर, बेमियादी हड़ताल पर गई नर्सो ने मांग पूरी होने से कम में हड़ताल वापस न लेने की चेतावनी दी है।