ये है पूरा प्रोग्राम

- वुमेन सेक्शन की प्रतियोगिताएं 28 से 31 दिसंबर तक चलेगी।

- मेन सेक्शन की प्रतियोगिताएं 1 से 5 जनवरी तक चलेगी।

- 5 जनवरी को समापन समारोह का आयोजन होगा।

-  अभी तक वुमेन सेक्शन में 52 टीमों की एंट्री की डिटेल रिसीव हुई है।

- वहीं मेन सेक्शन में 82 टीमों की एंट्री की डिटेल रिसीव हुई है।

- प्रतियोगिता में 285 महिला पहलवानों की आने की उम्मीद है।

- जबकि 609 पुरुष पहलवान आ सकते हैं।

- प्रतियोगिता में 3 रिंग बनाए गए हैं। दो रिंग्स में लगातार मैच होंगे। तीसरे का इस्तेमाल जरुरत के हिसाब से किया जाएगा।

- पूरे में टूर्नामेंट में करीब 50 रेफरी मौजूद रहेंगे।

- मेन सेक्शन के लिए 48 रेफरी काम करेंगे।

- वुमेन सेक्शन के लिए 32 रेफरी रहेंगे।

सुशील कुमार को बुलाने की तैयारी

प्रो। वीसी प्रो। जेके पुंडीर ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी सुशील कुमार और उनके गुरु सतपाल से संपर्क किया जा रहा है। वहीं पूर्व भारतीय महिला कुश्ती प्लेयर अलका तोमर को भी बुलाने का प्रयास किया जा रहा है। उनका कहना है कि इससे भावी प्लेयर्स को काफी हौसला मिलेगा।

टीम है तैयार

मेरठ की टीम के बारे में पूछे जाने पर कमेटी के मेंबर्स ने बताया कि टीम काफी अच्छी है। प्रैक्टिस के अलावा अपनी फिजिक को ठीक रखने के लिए प्लेयर्स काफी मेहनत भी कर रहे हैं। किस टीम से ज्यादा चुनौती मिलने के सवाल पर कहा कि कुरुक्षेत्र और रोहतक की टीमों से शुरू से ही मेरठ को चुनौती मिलती रही है।

बढ़ेगी बसों की आवाजाही

स्टेशन से यूनिवर्सिटी आने के लिए कुश्ती प्लेयर्स को बस से आना होगा। जबकि सिटी और कैंट रेलवे स्टेशन से यूनिवर्सिटी के बीच आवाजाही काफी कम है। इस प्रेस कांफ्रेस में बताया कि इस बारे में रोडवेज के अधिकारियों से बात की गई है। उन्होंने आश्वस्त किया है कि सिटी बसों की फ्रिक्वेंसी को इन दोनों रूटों का बढ़ाया जाएगा।

जब बनाया तख्त लगाकर रिंग

आयोजन के बारे में बताते हुए प्रो। जेके पुंडिर सन् 1976-77 के जमाने में खो गए। उन्होंने बताया कि जब सीसीएसयू को पहली बार मेजबानी करने का मौका मिला था तो तख्त लगाकर रिंग बनाया था। तीन ओर से कनात लगाकर टेंट लगाया गया था। उस आयोजन के बाद यूनिवर्सिटी को काफी हौसला मिला। आज जो हमें मेजबानी मिली है उसका कारण ये भी है कि मेरठ का पिछले कुछ सालों में देश को काफी अच्छे रेस्लर दिए हैं। साथ ही काफी बड़ा योगदान भी रहा है।