-हरिहर गंगा आरती समिति की ओर से चल रहे गंगा महोत्सव के सातवें दिन हुआ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन

ALLAHABAD: हरिहर गंगा आरती समिति की ओर से रामघाट पर चल रहे गंगा महोत्सव के सातवें दिन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। समिति के पदाधिकारियों ने मंच पर सबसे पहले वहां उपस्थित श्रोताओं से गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने का संकल्प दिलाया। उसके बाद कवि सम्मेलन में कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनाओं की प्रस्तुति की। उरई से आई नीलम कश्यप ने 'याद तुम्हारी गर आती आंख हमारी भर जाती है, छंद तुम्हारी ले लेकर के पवन हमारे घर आती है' पंक्तियां सुनाई तो श्रोताओं ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया।

कवि शैलेन्द्र मधुर ने मां गंगा को समर्पित पंक्तियां 'यहां गंगा ही ओढ़न है यहां गंगा बिछावन है, चलो गंगा नहा आएं लहर गंगा की पावन है' सुनाई। लखनऊ से आएं अभय सिंह निर्भीक ने पंक्तियां 'शांति मंत्र की माला जप कर केवल ये ही पाप किया है, सेना पर पत्थर बरसे हैं सैनिक का शव घर आया है' सुनाई। मंच पर अखिलेश द्विवेदी, नजर इलाहाबादी, अमित जौनपुरी आदि कवियों ने अपनी रचनाएं सुनाई।

संयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश चंद्रा का रहा। इस मौके पर समिति उपाध्यक्ष प्रमोद पांडेय, नरेन्द्र मौर्या, सौरभ गुप्ता, संजय निषाद, मनोज मिश्रा, हरिहर सिंह, सत्या तिवारी, राकेश साहू आदि मौजूद रहे।