RANCHI : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में व्यवस्था किस कदर पटरी से उतर गई है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां की चार में से तीन लिफ्ट खराब पड़ी है। रनिंग कंडीशन वाली लिफ्ट भी कब धोखा दे देगी, कहा नहीं जा सकता है। ऐसे में लिफ्ट की खराबी का खामियाजा पेशेंट्स भुगत रहे हैं। यहां इलाज के सिलसिले में आनेवाले पेशेंट्स सीढि़यों से होकर वार्ड में आ रहे हैं। अगर पेशेंट गंभीर बीमारी से पीडि़त है तो मुश्किलें और बढ़ जाती है, लेकिन लिफ्ट की मरम्मत को लेकर रिम्स एडमिनिस्ट्रेशन गंभीर नहीं है।

लिफ्ट के पास सामान रखते हैं पेशेंट्स

लिफ्ट खराब है, ऐसे में उस जगह का इस्तेमाल पेशेंट्स के पैरेंट्स सामान रखने में कर रहे हैं। एक तो लिफ्ट बंद है और ऊपर से लिफ्ट चालक भी अक्सर नदारद रहता है। ऐसे में इलाज के लिए आनेवाले पेशेंट्स दिन में सामान रखकर रात भी यहीं गुजारते हैं। यह नजारा सिर्फ एक लिफ्ट के पास का नहीं है, बल्कि सभी खराब लिफ्ट के पास आपको पेशेंट्स के परिजनों द्वारा रखे सामान नजर आ जाएंगे।

न्यूरो वार्ड में बेड खाली, पर जमीन पर इलाज

रिम्स के न्यूरो वार्ड की सेहत में भी सुधार की जरूरत है। वार्ड में बेड खाली होते हुए भी जमीन में लिटाकर पेशेंट्स का ट्रीटमेंट किया जा रहा है। डॉक्टर्स व पारा मेडिकल स्टाफ्स भी इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। एक पेशेंट के परिजन ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वे मजबूरी में यहां इलाज करा रहे हैं। बेड खाली पड़ा है, पर यह पेशेंट को अलॉट नहीं किया जा रहा है। ऐसे में हम क्या करें, समझ में नहीं आता है। रिम्स एडमिनिस्ट्रेशन भी इस मामले में आंख मूंदी हुई है। ऐसे हालत में पेशेंट्स और उनके पैरेंट्स को सबसे ज्यादा परेशानी होती है।