-हर रोज हजारों की तादात में टूरिस्ट पहुंच रहे हैं सहस्त्रधारा

-पार्किंग, सेनिटेशन व खाने-पाने के मुंह मांगे दामों से टूरिस्ट्स परेशान

-डीएमसी का दावा, रेट्स किए गए निर्धारित, फालतू नहीं वसूले जाएंगे रेट

DEHRADUN : आसमान से आग बरस रही है। दिन-दुपहरी में घर से बाहर निकलना शहरवासियों ने कम कर दिया है। बाजारों में सन्नाटा छाया हुआ है। हालात यही रहे तो दून में पारे के सारे रिकॉ‌र्ड्स ध्वस्त होने में देर नहीं लगेगी। यही वजह है कि लोगों ने भीषण गर्मी के थपेड़ों से निजात पाने के लिए पानी के निकट पिकनिक स्पॉट्स की तरफ रुख बदल दिया है। शहर के करीब सहस्त्रधारा, गुच्चूपानी, लच्छीवाला जैसे पिकनिक स्पॉट ठसाठस हैं। यहां हर रोज हजारों तादात में लोकल व बाहर से आने वाले टूरिस्ट्स की संख्या भी बढ़ गई, लेकिन व्यवस्थाओं के इंतजामात भी यहां भगवान भरोसे हैं।

टूरिस्ट्स के रिकॉर्ड टूटे

उत्तर भारत में इस बार भी पड़ रही भीषण गर्मी से जीना मुश्किल हो रहा है। ग्रीन व रिटायर्ड सिटी के नाम से फेमस दून में भी लू के थपेड़ों से जूझने को मजबूर हैं। जून की दुपहरी में लोगों का घरों बाहर निकलना न केवल मुश्किल हो रहा है, बल्कि गर्मी से निजात पाने के लिए लोग पानी में अटखेलियां खेलने को पानी के करीब पहुंच रहे हैं। सहस्त्रधारा में इस बार तो सारे रिकॉ‌र्ड्स टूटते जा रहे हैं। यहां टूरिस्ट्स की आमद से पूरा इलाका ठसाठस भरा है। सैटरडे व संडे को तो पैर रखने को जगह नहीं मिल रही है। प्राइवेट व निजी वाहनों की लंबी कतारें सोचने को मजबूर कर रही हैं।

क्भ् करोड़ की बनेगी पार्किंग

सहस्त्रधारा में पार्किंग सबसे बड़ा चैलेंज बना हुआ है। यहां बाहर व लोकल गाडि़यों को पार्किंग के लिए दो-चार होना पड़ रहा है। लेकिन, डीएमसी सेक्रेट्री वाईके गंगवार का कहना है कि अगले साल तक सहस्त्रधारा में पार्किंग बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए क्भ् करोड़ रूपए भी स्वीकृत कर दिए गए हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि सहस्त्रधारा में पार्किंग न होने के कारण टूरिस्ट्स को परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव दो साल पहले शासन को सुपुर्द कर दिया गया था। जिस पर अब सहमति मिल चुकी है।

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अधिकारी को वापस लौटना पड़ा

पार्किंग की मुसीबत के कारण खुद क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को सैटरडे को आधे रास्ते से वापस लौटना पड़ रहा है, लेकिन इस समस्या से हल दिलाने के लिए डीएम ने पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं।

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ये हैं टूरिस्ट्स की प्रॉब्लम्स

-सिटी बसों में टूरिस्ट्स को ठूंस-ठूंस कर ले जाया जा रहा है।

-दूधमुंहे बच्चे से लेकर उम्रदराज तक के यात्रियों से एक समान किराया वसूला जा रहा है।

-गाडि़यों की पार्किंग का सबसे बड़ा रोना है।

-सेनिटेशन के लिए भी यात्रियों को दो-चार होना पड़ रहा है।

-तालाबों में गंदगी का अंबार पटा पड़ा हुआ है।

-हालांकि डीएमसी सफाई कर्मियों की मुस्तैदी की बात कर रही है।

-खाने-पीने की चीजों के दाम खूब वसूले जा रहे हैं।

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लाइसेंसधारियों से ही फोटो खिंचवाएं

राजधानी के फेमस टूरिस्ट डेस्टीनेशन सहस्त्रधारा में अगर आप फोटो खिंचवा रहे हैं तो लाइसेंसधारियों से ही खिंचवाएं। हो सकता है कि कुछ असामाजिक फोटोग्राफर आपके चूना लगा दें। डीएमसी (डेस्टीनेशन मैनेजमेंट कमेटी) ने फ्भ् फोटोग्राफर को ही टूरिस्ट की फोटो खिंचवाने के लिए परमिट जारी किया है।

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ख्म् तालाब ही संचालित

गर्मी ने निजात पाने के लिए सहस्त्रधारा में डीएमसी ने ख्म् तालाबों को अधिकृत किया है। डीएमसी के सेक्रेट्री क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी योगेंद्र कुमार गंगवार के मुताबिक इसके अलावा कोई भी स्थानीय लोग यहां ग्राम पंचायत या फिर स्थानीय यूनियन के तालाब की बात करता है तो यह गलत होगा। इसकी सूचना डीएमसी को दी जा सकती है।

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खाने-पीने के रेट्स निर्धारित

डीएमसी ने सहस्त्रधारा में आने वाले टूरिस्ट के लिए वाटर फन या फिर एंज्वॉयमेंट से संबंधित आवश्यक जरूरतों के लिए रेट्स भी निर्धारित किए हैं। कहा गया है कि स्वीमिंग के लिए ट्यूब, फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक, पार्किंग शुल्क, रोपवे फीस, कपड़े चेंजिंग रूम, सेनिटेशन जैसे लिए जाने वाले शुल्क के रेट पहले ही निर्धारित कर दिए गए हैं। कोई भी व्यापारी टूरिस्ट्स से ज्यादा वसूली करता है तो कंप्लेन दर्ज की जा सकती है। रेट निर्धारण की सूची डीएमसी ने जल्द जारी करने की बात कही है।

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क्या है डीएमसी

डीएमसी (डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कमेटी) पहली बार प्रदेश में किसी टूरिस्ट डेस्टीनेशन के सफल संचालन के लिए इस तरह की कमेटी फॉर्म की गई है। जिसके अध्यक्ष डीएम, उपाध्यक्ष सीडीओ, सेक्रेट्री क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी हैं। बाकी सभी विभागों के अलावा ग्राम पंचायत को सदस्य के तौर पर स्थान दिया गया है। जाहिर है कि सहस्त्रधारा जैसे टूरिस्ट स्थल पर यहां पहुंचने वाले टूरिस्ट्स को भरपूर सुविधाएं मिल पाए, इसके लिए डीएमसी ही नजर रखेगी। असुविधा होने पर कंप्लेन भी दर्ज करवा सकते हैं।

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सैटरडे व संडे को जबरदस्त क्राउड

भीषण गर्मी से निजात पाने के लिए सहस्त्रधारा में न केवल बाहर से आने वाले बल्कि स्थानीय टूरिस्ट्स की आमद के रिकॉर्ड लगातार टूट रहे हैं। वीकेंड पर तो यह संख्या हजारों में पहुंच रहे हैं। हालांकि, बाकी दिनों में आंकड़ा कम नहीं है। ऐसे में टूरिस्ट्स की हिफाजत के लिए दो होमगार्ड, पांच कांस्टेबल एक इंस्पेक्टर की तैनाती सुनिश्चित की गई है।