नि:स्वार्थ सेवा का हुआ सम्मान

इतने दिनों तक लगातार सेवा में लगे डॉक्टर्स और हॉस्पिटल के स्टॉफ का संतों से भावनात्मक लगाव स्थापित हो गया था। डाक्टर्स और हॉस्पिटल स्टॉफ ने पूरे लगन से संतों की सेवा की थी। संतों को डिस्चार्ज करते समय यही भावना डॉक्टर्स और नर्सों के चेहरे पर दिखाई दी। गंगा सेवा अभियानम् की ओर से सार्वभौम संयोजक स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने संतों की नि:स्वार्थ सेवा के लिए डॉक्टर्स और स्टॉफ को पुष्प हार, दुपट्टा और प्रसाद देकर सम्मानित किया।

साध्वियों को आज किया जाएगा डिस्चार्ज

मंडलीय हॉस्पिटल में एडमिट सभी गंगा तपस्वियों को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया। सिर्फ देवी पूर्णाम्बा और देवी शारदाम्बा को एक दिन और हॉस्पिटल में रखा जायेगा। उनकी खराब तबीयत को देखते हुए डॉक्टर्स ने उन्हें एक दिन और हॉस्पिटल में रखने का फैसला किया है। साध्वियों के अलावा गंगा प्रेमी भिक्षु, ब्रह्मचारी कृष्णप्रियानंद, प्रमोद माझी, तपस्वियों को दिन में लिक्विड दिया गया जिसमें जूस और पानी शामिल था। डॉक्टर्स ने उनकी सामान्य स्थिति को देखते हुए हॉस्पिटल से डिस्चार्ज दे दिया।

कौन, कितने दिन हॉस्पिटल में 

गंगा प्रेमी भिक्षु: 23 मार्च से तपस्या शुरू, 24 मार्च को हॉस्पिटल में एडमिट

ब्रह्मचारी कृष्णप्रियानंद: 4 मई से तपस्या शुरू, नौ मई को हॉस्पिटल में एडमिट

साध्वी पूर्णाम्बा: 9 मई को तपस्या शुरू, 14 मई को हास्पिटल में एडमिट

साध्वी शारदाम्बा: 14 मई से तपस्या शुरू, 21 मई से हॉस्पिटल में एडमिट

योगेश्वरानंद: 21 मई से तपस्या शुरू, 30 मई को हास्पिटल में एडमिट

शिवमोहन सिंह जालौन: 18 जून से तपस्या शुरू , 28 जून से हॉस्पिटल में एडमिट

गंगा पूजा के बाद होगा तपस्या का पारायण

तपस्यारत सभी संत को फिलहाल लिक्विड फूड ही ग्रहण कर रहे हैं। रविवार को विधिवत गंगा पूजा के बाद ही वे सामान्य भोजन ग्रहण करेंगे। गंगा सेवा अभियानम के प्रदेश समन्यवक राकेश चंद्र पाण्डेय ने बताया कि सोमवार को संत अपनी तपस्या के विधिवत पारायण के बाद ही सामान्य भोजन ग्रहण करेंगे। शंकराचार्य घाट पर सुबह गंगा पूजा का आयोजन किया गया है।