RANCHI : आने वाले दिनों में रिम्स में मरीजों के होने वाले सभी टेस्ट मुफ्त होने वाले हैं। मैनेजमेंट ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। अगले महीने होने वाली गवर्निग बोर्ड की मीटिंग में प्रस्ताव रखा जाएगा। इसमें सहमति मिलते ही इसे लागू कर दिया जाएगा। इससे कैश काउंटर पर लंबी लाइन लगने से मरीजों को भी छुटकारा मिल जाएगा। वहीं स्टाफ कम होने से मैनेजमेंट पर पेमेंट का लोड भी कम होगा।
दलालों की शामत
हास्पिटल में इलाज कराने के लिए दूर-दूर से मरीज आते हैं। ऐसे में पर्ची कटाने और जांच कराने के लिए मरीजों को लंबी लाइन में इंतजार करना होता है। इसका फायदा उठाते हुए दलाल मरीजों को झांसे में ले रहे हैं और जल्दी जांच कराने के नाम पर पैसे भी ठग लेते हैं। अगर नई व्यवस्था लागू होगी तो मरीजों को कहीं भी पैसे देने की जरूरत ही नहीं होगी।
घटेगा पेमेंट का लोड, फंड से होगा टेस्ट फ्री
टेस्ट फ्री कर दिए जाने से हास्पिटल प्रबंधन पर स्टाफ को पेमेंट का बोझ कम हो जाएगा। वर्तमान व्यवस्था में कैश काउंटर पर तीन शिफ्ट में करीब दस स्टाफ ड्यूटी पर तैनात होते हैं। एक स्टाफ को तकरीबन 15 हजार रुपए का भुगतान हर महीने किया जाता है। ऐसे में सभी 10 स्टाफ के लिए 15 लाख रुपए पेमेंट का भुगतान प्रबंधन करता है, जो बचेगा और सीधे हास्पिटल फंड में जाएगा। इसका इस्तेमाल मरीजों का टेस्ट कराने में होगा।
किस टेस्ट का क्या है चार्ज
टेस्ट चार्ज (रुपए में)
प्लाज्मा ग्लूकोज-आर 20
प्लेटलेट काउंट 15
पोटैशियम 15
अल्कलाइन फास्फेट 15
बिलरुबिन 15
ब्लड कल्चर 20
ब्लड ग्रुप एंड आरएच 15
बोन मैरो 30
कैल्शियम 30
इएसआर 5
हेमो ग्राम 100
एचडीएल 40
हिस्टोलॉजी 50
टोटल प्रोटीन 15
टीजी 75
टी 3 100
टी 4 100
इलेक्ट्रोलाइट्स 60
कालेस्ट्रॉल 40
क्लोराइड 30
पेप स्मीयर 35
फास्फोरस 30
विडाल 20
क्रिटनीन 30
कुछ टेस्ट में 800 रुपए चुकाते हैं मरीज
हास्पिटल में एक्सरे के लिए फिलहाल मरीजों को 70 रुपए से लेकर 100 रुपए तक देना पड़ता है। अलग-अलग एक्सरे के लिए चार्ज भी अलग-अलग है। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड के लिए 180 रुपए लगते हैं। इसके अलावा अन्य तरह की जांच के लिए भी 200 से लेकर 800 रुपए तक मरीज चुकाते है।