कुंभ में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर लंगर चलाएंगे महंत
अगस्त में अखाड़ा परिषद ने मेला प्राधिकरण को जमीन के लिए लिखा था पत्र
ALLAHABAD: सदियों से धर्म, आस्था और भारतीय संस्कृति के इतिहास की गाथा का जीवंत उदाहरण पेश कर रही संगम नगरी में अगले वर्ष लगने वाले कुंभ में आने वाला कोई भी श्रद्धालु भूखा नहीं सोएगा। शायद, यह भी एक इतिहास ही होगा, जब यहां कुंभ में हर किसी के खाने की व्यवस्था इतने बड़े पैमाने पर की जाएगी। कुंभ में इस यादगार इतिहास को रचने की तैयारी यहां के संत महात्मा कर चुके हैं। ऐसा पहली बार होगा जब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से कुंभ मेला में सभी तेरह अखाड़ों के मुख्यालय में अन्न क्षेत्र का आयोजन किया जाएगा। वह भी हर रोज।
जोरों पर चल रही है तैयारी
पांच वर्ष पूर्व आयोजित कुंभ मेला में भी अखाड़ों की ओर से अन्न क्षेत्र चलाए गए थे। बताते हैं कि कुंभ में यह व्यवस्था निरंजनी अखाड़ा, महा निर्वाणी अखाड़ा और जूना अखाड़ा के शिविरों में ही थी। खबर यह है कि अगले वर्ष लगने वाले कुंभ में सभी तेरह अखाड़ों के शिविरों में अन्न क्षेत्र चलाए जाएंगे। यहां देश व विदेश से आने वाले श्रद्धालु कभी भी पेट पूजा कर सकेंगे। अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरी गिरि की मानें तो सामूहिक रूप से कुंभ मेला अवधि तक अन्न क्षेत्र चलाए जाने की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं।
शिविर में बनेगा भोजनालय
कुंभ मेला के लिए जहां संत-महात्माओं के भोजन करने के लिए अखाड़ों की जमीन पर अस्थाई रसोई का निर्माण किया जा रहा है। उधर वहीं मेला में लगने वाले शिविरों में अलग से भोजनालय बनाने की मांग करते हुए अखाड़ा परिषद ने अगस्त के पहले सप्ताह में प्रयागराज मेला प्राधिकरण को पत्र लिखा था। उन्होंने बताया कि सभी अखाड़े के शिविरों में भोजनालय बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी भी मिल गई है।
अक्टूबर से होगा आवंटन
-मेला एरिया में अक्टूबर से जमीन आवंटन की प्रक्रिया शुरू होगी
-आवंटन के क्रम में सबसे पहले सभी अखाड़ों को जमीन आवंटित की जाएगी
-इसके लिए सभी अखाड़ों को एक निश्चित मार्ग पर ही जमीन दी जाएगी
-श्री निरंजनी अखाड़ा के महंत आशीष गिरि ने कहा आवंटन के वक्त ही इलाहाबाद में अखाड़ों के मुख्यालय में संतों आना शुरू होगा
-उसी दौरान अन्न क्षेत्र में दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर निर्णय लिया जाएगा।
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अखाड़ों के मुख्यालयों में अलग से होगी भोजनालय व भंडारे की व्यवस्था
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अखाड़ों के शिविरों में ही पांच वर्ष पूर्व किए गए थे भंडारे के इंतजाम
-इस बार कुंभ मेला क्षेत्र में व्यापक स्तर पर अन्न क्षेत्र चलाए जाएंगे। भोजन को प्रसाद के रूप में देश विदेश से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को दिए जाएंगे। इसके लिए अखाड़ों के शिविरों में भोजनालय बनाया जाएगा। सभी अखाड़ों के श्री महंतों से अपील की गई है।
महंत नरेन्द्र गिरि, अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद