एटीएम आज के यूथ की सबसे बड़ी जरूरत बन चुकी है। जेब में कुछ हो ना हो इंस्टैैंट मनी के लिए एटीएम कार्ड जरूर होने चाहिए। मगर ये एटीएम सिटी के युवाओं के साथ ही आम लोगों को खूब रूला रही हैैं। अक्सर खराब मिलने वाले एटीएम मशीन्स इनके लिए एनी टाइम ट्रबल मशीन बन गए हैैं. 


होती है प्रॉब्लम
पर्स में एटीएम पड़ा है, तो फिर कैश रखने की क्या जरूरत। जहां जरूरत पड़ी एटीएम में गए और निकाल लिए जरूरत के हिसाब से पैसे। मगर ये आदत आपके लिए परेशानी का सबब भी बन सकती है। जरा सोचिए, किसी जरूरत के वक्त आप एटीएम में जाते हैैं और किसी वजह से एटीएम से पैसा नहीं निकाल पाएं तो कितनी प्रॉब्लम होगी। सिटी में लोगों को आए दिन इस परेशानी से जूझना पड़ रहा है। पावर कट, लिंक के फेल होने या एटीएम मशीन में पैसा ना होने की प्रॉब्लम से लोगों को दो- चार होना पड़ रहा है।

Power cut से परेशानी
सिटी के कई एरियाज में स्थित डिफरेंट बैैंक के एटीएम में कई बार पावर कट की वजह से एटीएम मशीन काफी देर तक बंद रहते हैं। हालांकि एटीएम में बैकअप के लिए जेनरेटर और बैटरी की व्यवस्था रहती है मगर कई बार लंबे पावर कट के दौरान ये भी काम करना बंद कर देती हैैं। ऐसे में एटीएम से पैसा निकालने आए लोगों को काफी प्रॉब्लम होती है। अगर ट्रांजेक्शन के दौरान पावर कट हो जाए  तो फिर मुसीबत और बढ़ जाती है। कई बार पैसा निकले बगैर अकाउंट माइनस शो करने लगता है। ऐसे मे कस्टमर को बैैंक मे भागदौड़ के साथ-साथ 24 से लेकर 48 घंटे तक का वेट भी करना पड़ता है। एटीएम में लिंक फेल होना भी एक आम समस्या है। इस वजह से एटीएम घंटो ठप हो जाते हैैं। इसकी वजह से लोगों को काफी प्रॉब्लम होती है।

No cash
कई बार ऐसा भी होता है कि आप एटीएम जाए और पता चले की मशीन में पैसा नहीं। ये प्रॉब्लम कई बैैंक्स के एटीएम के साथ है। एटीएम के भरोसे घर से खाली हाथ निकलने वाले लोगों के लिए ये काफी मुश्किल वाली सिचुएशन हो जाती है।

नहीं होते trend guard
कई जगहों पर एटीएम में रखे जाने वाले सिक्योरिटी गाड्र्स भी छोटी-मोटी प्रॉब्लम्स से निपटने के लिए वेल ट्रेन्ड नहीं होते। इस वजह से एटीएम में होने वाली छोटी सी प्रॉब्लम के ठीक होने के लिए भी घंटों वेट करना पड़ता है।

एटीएम के मेटेंनेंस की जिम्मेदारी एजेंसी को दे दी गई है। एटीएम में पैसा डालने से लेकर कई काम एजेसी द्वारा ही किया जाता है। ये उनकी जिम्मेदारी है कि वो एटीएम को ठीक रखें। एटीएम में रखे जाने वाले गाड्र्स वेल ट्रेन्ड होने चाहिए।
इटी रानी सरकार,
डिप्टी मैनेजर, एटीएम, एसबीआइ