- सीएम एस रामास्वामी ने उच्चाधिकारियों के साथ की प्रोजेक्ट की समीक्षा

- भूमि अधिग्रहण व भूमि हस्तांतरण के मामलों में लाई जाए तेजी-सीएस

DEHRADUN: चार धामों की कनेक्टिविटी के लिए प्रस्तावित ऑल वेदर रोड के लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए डेडलाइन तय कर दी गई है। चीफ सेक्रेटरी ने फॉरेस्ट क्लीयरेंस के मामलों को हर हाल में 26 अक्टूबर तक निस्तारित करने के निर्देश दिए हैं।

प्रोजेक्ट की हुई समीक्षा

चीफ सेक्रेटरी एस रामास्वामी ने शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम परियोजना (ऑल वेदर रोड) को लेकर अफसरों के साथ समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अफसरों को निर्देश दिए कि मोस्ट अवेटेड प्रोजेक्ट के लिए युद्धस्तर पर कार्य किए जाएं। खासतौर से भूमि अधिग्रहण व वन भूमि हस्तांतरण के कार्यो में तेजी लाने की बात कही है। इन मामलों में तेजी लाने के लिए सीएस ने सुझाव दिया कि इसमें रिटायर्ड तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कानूनगो की भी तैनाती कर मदद ली जाए। बैठक में निर्णय लिया गया कि नेशनल हाईवे अथॉर्टी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के कंसल्टेंट संबंधित जिलों के डीएम को रिपोर्ट करेंगे। इसके साथ ही कहा गया कि हाई लेवल मीटिंग्स में एनएचआई के सीनियर ऑफिसर्स ही शामिल हों। बैठक में एसीएस ओम प्रकाश, सचिव राजस्व हरवंश सिंह चुघ, पीसीसीएफ राजेन्द्र महाजन के अलावा कई अफसर मौजूद रहे।

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- क्क्,700 करोड़ रुपए है प्रोजेक्ट की लागत

- 889 किमी ऑल वेदर रोड का होना है निर्माण

ऑल वेदर रोड पर एक नजर

कहां से कहां तक लंबाई

-ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग- क्ब्0 किमी।

-रुद्रप्रयाग से माणा- क्म्0 किमी

-ऋषिकेश से धरासू- क्ब्ब् किमी

-धरासू से गंगोत्री- क्ख्ब् किमी

-धरासू से यमुनोत्री- 9भ् किमी

-रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड- 7म् किमी

-टनकपुर से पिथौरागढ़- क्भ्0 किमी

-टू-लेन मार्ग पर बनेंगे क्भ् बड़े व क्0क् छोटे पुल।

-फ्भ्9म् कलवर्ट व क्ख् बाईपास बनेंगे।

-ख्9 स्थानों पर भू-स्खलन रोकने को बनेगी सुरक्षा दीवार।

- सड़क किनारे फ्फ् जन सुवधिा केन्द्र होंगे।