नगर निगम और कमिश्नर का प्लान हो गया फेल, इलाहाबाद को झटका
स्मार्ट सिटी की थर्ड लिस्ट से इलाहाबाद हुआ बाहर
ALLAHABAD: इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने और थर्ड लिस्ट में शामिल होने के लिए नगर निगम व कमिश्नर की देख-रेख में तैयार किया गया प्लान एक बार फिर फेल हो गया। रेट्रोफिटिंग एरिया के लिए सिविल लाइंस या फिर अन्य रेवेन्यू जनरेटेड एरिया को शामिल करने के बजाय कटरा प्रेम पूरे शहर को ले डूबा। स्मार्ट सिटी के थर्ड लिस्ट में भी इलाहाबाद शामिल नहीं हो सका।
2000 करोड़ का था प्लान
स्मार्ट सिटी प्रपोजल के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट और शहरी विकास मंत्रालय को जो प्लान भेजा गया था, उसमें 1800 एकड़ एरिया को एरिया बेस डेवलपमेंट में शामिल किया गया था। इसमें यूनिवर्सिटी, कंपनी गार्डेन, हाथी पार्क, कटरा एरिया के साथ ही वार्ड-27 म्योराबाद, आइईआरटी, प्रयाग स्टेशन व ममफोर्डगंज के एरिया को शामिल किया गया था।
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कहां खा गए गच्चा
स्मार्ट सिटी चैलेंज के फर्स्ट लिस्ट में इलाहाबाद को 57 अंक लाना था।
79 अंक मिलने की वजह से फर्स्ट लिस्ट में शामिल नहीं हो सका।
नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने थर्ड लिस्ट में अंडर 40 में इलाहाबाद के शामिल होने का दावा किया था।
हेरिटेज बस और क्रूज चलाने का दांव काम नहीं आया
स्मार्ट सिटी लिस्ट में शामिल होने के लिए करना होगा जनवरी तक इंतजार
केंद्र व प्रदेश से 400 करोड़ की डेवलपमेंट मनी हासिल करने के लिए साल भर इंतजार करना पड़ेगा
नए सिरे से प्लान तैयार करके भेजना होगा
कमजोर प्लानिंग की वजह से ही फर्स्ट लिस्ट में इलाहाबाद शामिल नहीं हो सका था। जिससे सबक नहीं लिया गया और थर्ड लिस्ट के लिए भी कमजोर प्लान तैयार किया गया। कटरा एरिया को रेट्रोफिटिंग एरिया में रखा गया। सिविल लाइंस एरिया को बेस नहीं किया गया। जबकि सिविल लाइंस ही रेवेन्यू जनरेटेड एरिया है। जिन शहरों ने जनता का प्रस्ताव जोड़ा, उन्हें स्मार्ट सिटी लिस्ट में जगह मिली।
अभिलाषा गुप्ता
मेयर, नगर निगम
इलाहाबाद