-यहां पर सिर्फ 40 से 42 प्रतिशत ट्रेन ही चल रहीं राइट टाइम

-रेल मंत्रालय के वीकली पंक्चुअलिटी रिपोर्ट में सामने आई हकीकत

इलाहाबाद मंडल एक नजर में

-48 प्रतिशत थी 25 सितंबर को इलाहाबाद मंडल की पंक्चुअलिटी

-42 प्रतिशत के करीब है मंथली पंक्चुअलिटी

-40-40 ट्रेनें अप और डाउन लाइन को मिलाकर रुकती हैं इलाहाबाद जंक्शन पर

757.12 किलोमीटर मेन लाइन

296.49 किलोमीटर ब्रांच लाइन

1053.61 किलोमीटर ट्रैक रूट लंबाई

1944.39 किलोमीटर कुल ट्रैक किलोमीटर

130 से 150 परसेंट क्षमता उपयोग

310 प्रति दिन मेल-एक्सप्रेस-पैसेंजर ट्रेनों की औसत संख्या

240.6 प्रति दिन अंतरपरिवर्तित मालगाडि़यों की औसत संख्या

133 इलाहाबाद मंडल में पड़ने वाले सभी स्टेशनों की संख्या

2.29 लाख मंडल में यात्रियों को प्रति दिन बेचे जाने वाले टिकटों की औसत संख्या

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: दिल्ली-हावड़ा रूट पर स्थित एनसीआर के इलाहाबाद मंडल को रेलवे की रीढ़ कहा जाता है। यह पूर्वी क्षेत्र के कोयला-स्टील बेल्ट को उपभोक्ता क्षेत्रों से जोड़ता है। यह रीढ़ ही इन दिनों कमजोर हो गई है, जहां ट्रेनें सबसे अधिक लेट हो रही हैं। पंक्चुअलिटी के मामले में इलाहाबाद मंडल देश के सभी रेल मंडलों में सबसे फिसड्डी साबित हुआ है। रेलवे बोर्ड द्वारा रेल मंत्रालय को भेजे गए वीकली पंक्चुअलिटी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। जबकि 1070 किलोमीटर लंबी रेल लाइन वाला इलाहाबाद मंडल उत्तर प्रदेश के दक्षिणी भाग के 21 जिलों में फैला हुआ है।

यहां आते ही लेट हो जाती है ट्रेन

दिल्ली-हावड़ा रूट पर मुगलसराय से इलाहाबाद और इलाहाबाद से कानपुर के बीच ट्रेनें सबसे ज्यादा लेट हो रही हैं। पूरे इलाहाबाद मंडल में ट्रेनों की लेटलतीफी चरम पर है। हावड़ा से दिल्ली की तरफ जाने वाली ट्रेनें मुगलसराय जंक्शन तक राइट टाइम आने के बाद आगे बढ़ने पर इलाहाबाद डिवीजन में आते ही तीन से चार घंटे तक लेट हो जा रही हैं। फेसबुक-ट्विटर पर ट्रेनों की लेटलतीफी को लेकर जमकर भड़ास निकाली जा रही है।

68 रेल मंडलों में सबसे पीछे

रेलवे द्वारा रेल मंत्रालय को भेजे जाने वाले वीकली पंक्चुअलिटी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि पंक्चुअलिटी के मामले में नॉर्थ सेंट्रल रेलवे का इलाहाबाद मंडल रेलवे के सभी 68 रेल मंडलों में सबसे पीछे है। पिछले कई दिनों से पंक्चुअलिटी रेट 50 प्रतिशत से भी नीचे है। इलाहाबाद मंडल के बाद लखनऊ और मुरादाबाद मंडल भी इस मामले में फिसड्डी हैं।

हफ्ते में 40.87 फीसदी ही राइट टाइम

17 सितंबर 2018 से 23 सितंबर 2018 के बीच नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के इलाहाबाद रेल मंडल में 40.87 प्रतिशत ट्रेन ही राइट टाइम रही है। करीब 60 प्रतिशत ट्रेन लेट हुई हैं। उत्तर रेलवे के लखनऊ रेल मंडल की भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं रही है। लखनऊ मंडल की पंक्चुअलिटी 50 प्रतिशत से कम 48.06 प्रतिशत रही है। मुरादाबाद मंडल में भी ट्रेनों की पंक्चुअलिटी 56.28 प्रतिशत ही रही है।

टॉप 10 रेल मंडल

रांची रेल मंडल 100 परसेंट

रतलाम रेल मंडल 96.41 परसेंट

अहमदाबाद रेल मंडल 95.88 परसेंट

इज्जतनगर रेल मंडल 90.04 परसेंट

मुगलसराय रेल मंडल 88.29 परसेंट

फिरोजपुर रेल मंडल 88.29 परसेंट

अंबाला रेल मंडल 85.17 परसेंट

आगरा रेल मंडल 84.08 परसेंट

दिल्ली रेल मंडल 80.14 परसेंट

वाराणसी रेल मंडल 78.06 परसेंट

झांसी रेल मंडल 66.05 परसेंट

वर्जन

इलाहाबाद मंडल में गाजियाबाद से लेकर मुगलसराय तक ट्रैफिक लोड की वजह से रेलवे लाइन का यूटिलाइजेशन 150 से 180 प्रतिशत के बीच है। साथ ही डीफसी वर्क और अन्य डेवलपमेंट वर्क भी इसी बीच महो रहे हैं। सेफ्टी, मेंटीनेंस और डेवलपमेंट वर्क की वजह से इलाहाबाद मंडल में पंक्चुअलिटी शॉर्ट हुई है। लेकिन काम होने के बाद पंक्चुअलिटी काफी इम्प्रूव होगी।

-गौरव कृष्ण बंसल, सीपीआरओ

एनसीआर