इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के विधिक सेमिनार में जुटे विशेषज्ञ

ALLAHABAD: हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से लाइब्रेरी हॉल में एक विधिक सेमिनार का आयोजन हुआ। गुरुवार को हुए आयोजन में मुकदमों के शीघ्र निर्णय में व्यवधान एवं उसके कारण और निवारण पर चर्चा की गई। सेमिनार की अध्यक्षता हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष इन्द्र कुमार चतुर्वेदी ने की। सेमिनार में जस्टिस जेजे मुनीर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। विशेष अतिथि के रूप में मौजूद जस्टिस राजीव मिश्र, चन्द्रधारी सिंह व नीरज तिवारी समेत सभी विधि विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। चीफ गेस्ट जस्टिस जेजे मुनीर ने कहा कि मुकदमों के निस्तारण और त्वरित न्याय में अधिवक्ता कितना प्रयास करते हैं, यह उन पर निर्भर करता है। न्यायालय के समक्ष इतने मुकदमें लंबित हैं, जिसमें से कुछ मुकदमें ऐसे होते है, जो निबंधक द्वारा ही निस्तारित किए जा सकते हैं। इससे भी मुकदमों की पेंडेंसी रोकी जा सकती है।

अधिवक्ता की इलनेस तीन बार हो मान्य

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष इन्द्र कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि न्यायमूर्तियों की ओर से दिए गए सुझाव 'अधिवक्ता की इलनेस केवल तीन बार मान्य करने, न्यायमूर्तियों की नियुक्ति' के लिए चीफ जस्टिस से हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल मुलाकात करेगा। इसके लिए बार की कार्यकारिणी द्वारा प्रस्ताव पारित कर चीफ जस्टिस को भेजा जाएगा। इस दौरान अन्य अतिथियों जस्टिस सीडी सिंह, जस्टिस राजीव मिश्र समेत अन्य विशेषज्ञों ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में महासचिव एसी तिवारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रबिन्द्र ओझा, सुधीर दीक्षित, अफजल अहमद खान दुर्रानी, मुन्ना यादव, श्रीराम पाण्डेय समेत अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।