राजकीय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त कालेज दोनों की अर्हताएं मान्य

- माध्यमिक शिक्षा परिषद के प्रस्ताव पर शासन ने लगाई मुहर, युवाओं को राहत

<राजकीय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त कालेज दोनों की अर्हताएं मान्य

- माध्यमिक शिक्षा परिषद के प्रस्ताव पर शासन ने लगाई मुहर, युवाओं को राहत

ALLAHABAD:

ALLAHABAD:

युवाओं की बल्ले-बल्ले हो गई है। शासन ने ¨हदी शिक्षक बनने की अर्हता का अड़ंगा खत्म कर दिया है। अब इंटर संस्कृत व बीए ¨हदी के साथ उत्तीर्ण हों या फिर संस्कृत और ¨हदी विषय लेकर स्नातक पास करने वाले युवा हों, दोनों ही अशासकीय सहायता प्राप्त कालेजों में एलटी ग्रेड ¨हदी शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद के प्रस्ताव पर शासन ने मुहर लगा दी है। परिषद जल्द ही गजट कराकर बदली अर्हता माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में लागू कराएगा।

अलग रही है अर्हता

प्रदेश भर के राजकीय इंटर कालेज एवं अशासकीय सहायता प्राप्त इंटर कालेजों में ¨हदी शिक्षक बनने की अर्हता अलग रही है। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने क्9 दिसंबर ख्0क्भ् को बैठक करके तय किया था कि सूबे के सभी कालेजों में हिंदी शिक्षक बनने की अर्हता समान कर दी जाए। ऐसे में राजकीय कालेजों में लागू अर्हता को ही अशासकीय सहायता कालेजों के लिए भी लागू कर दिया गया था। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने अर्हता बदलने पर मुहर लगाने के बाद उसका राजकीय मुद्रणालय से प्रकाशन भी करा दिया। इससे ¨हदी शिक्षक बनने को आतुर युवाओं का एक समूह आहत हुआ। इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा परिषद एवं शिक्षा निदेशक के कैंप कार्यालय लखनऊ तक में प्रदर्शन हुए।

प्रस्ताव पर लगी मुहर

चयन बोर्ड, परिषद व कैंप कार्यालय के अफसरों ने शासन को इस घटनाक्रम से अवगत कराया, तब नए गजट को ज्यों का त्यों फाइल में कैद कर दिया गया। इस मामले में परिषद ने लगातार शासन को पत्र भी भेजे। आखिरकार शासन ने परिषद के नए प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि राजकीय कालेज एवं अशासकीय सहायता प्राप्त कालेज की अर्हता अशासकीय कालेजों के एलटी ग्रेड ¨हदी शिक्षक पर लागू होगी। परिषद की सचिव शैल यादव ने 'दैनिक जागरण' को बताया कि शासन ने दोनों अर्हताओं को लागू करने की मंजूरी दी है।

राजकीय कालेज की अर्हता

इंटरमीडिएट में संस्कृत व स्नातक ¨हदी विषय से करने वाले अर्ह

अशासकीय कालेज की अर्हता

¨हदी व संस्कृत विषय से स्नातक करने वाले अर्ह

यह हुआ बदलाव

अशासकीय सहायता प्राप्त कालेज के ¨हदी शिक्षक के लिए इंटरमीडिएट में संस्कृत व स्नातक ¨हदी विषय से करने वाले या फिर ¨हदी व संस्कृत विषय से स्नातक करने वाले दोनों अर्ह होंगे