अन्य अधिकारियों को 5ाी हाई कोर्ट से नहीं मिली राहत, याचिकाएं खारिज

यूनिवर्सिटी के एकाउंट से 23 करोड़ की हेराफेरी में आरोपी बनाए गए हैं स5ाी

अब यह स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम पर निर्5ार है कि वह शुआट्स के वीसी आरबी लाल, डायरे1टर विनोद बी लाल, सुनील बी लाल, प्रो वीसी अजय कुमार एलिसन, लॉरेंस, रंजन ए जॉन समेत अन्य की गिर3तारी कब करे। ए1युअली यूनिवर्सिटी के 2ाते से 23 करोड़ की हेराफेरी में आरोपी बनने के बाद गिर3तारी पर रोक लगाने की मांग लेकर पहुंचे इन स5ाी को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कोई राहत देने से इंकार कर दिया है। कोर्ट ने स5ाी की याचिकाएं 2ारिज कर दी हैं। कोर्ट ने याचिकाओं पर हस्तक्षेप से ही इंकार कर दिया।

बैंक अफसरों को 5ाी राहत नहीं

यह आदेश चीफ जस्टिस डीबी 5ाोसले तथा जस्टिस एमके गुप्ता की 2ांडपीठ ने दिया है। इनके अलावा ए1िसस बैंक के अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता, आशुतोष, मिश्र, शो5िात जायसवाल, सुशांत गुप्ता, शैला5ा प्रजापति, संतोष पंकज की 5ाी गिर3तारी पर रोक की मांग में दा2िाल याचिकाएं कोर्ट ने 2ारिज कर दी है। याचिका पर वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल स्वरूप चतुर्वेदी व राज्य सरकार के अपर महाधिवक्ता विनोद कान्त एजीए नि2िाल चतुर्वेदी व अली मुर्तजा ने बहस की।

ऐसे हुआ घटनाक्रम

5 मई 17 को मार्च 2013 से नव6बर 2016 तक ए1िसस बैंक सिविल लाइंस इलाहाबाद में शुआट्स के 2ातों से लग5ाग 23 करोड़ रुपये धो2ाधड़ी कर निकाल लिए गए

मामला प्रकाश में आने के बाद सिविल लाइंस थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज करायी गयी

बैंक व शुआट्स प्रशासन ने अपने-अपने स्तर पर जांच कराकर कार्रवाई की

एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच के लिए स्पेशल पुलिस टीम का गठन किया गया

टीम की जांच में बैंक अधिकारियों-कर्मचारियों व शुआट्स के अधिकारियों की संलिप्तता प्रकाश में आयी

विवेचना के दौरान कुलपति सहित कई अन्य शुआट्स अधिकारियों की लिप्तता का 2ाुलासा हुआ

मामले की विवेचना क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं

इस मामले में 11 आरोपियों के 2िालाफ चार्जसीट दा2िाल की जा चुकी है। अन्य के 2िालाफ विवेचना जारी है।

कोर्ट के निर्देश पर विवेचनाधिकारी ने गबन राशि से आरोपियों द्वारा 2ारीरी गयी स6पत्तियों का 4योरा पेश किया गया

कोर्ट ने आरोपों की गं5ाीरता को दे2ाते हुए याचिकाएं 2ारिज कर दी है।