21 अगस्त से ई न्यायालय के माध्यम से काम करेगा हाईकोर्ट

ALLAHABAD: उप्र में पहली बार ई कोर्ट का आरंभ किया जा रहा है। इससे न्याय कार्य संबंधित समस्त व्यवस्थाएं पेपरलेस हो जाएंगी। गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस दिलीप गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 19 अगस्त को हाईकोर्ट की इलाहाबाद व लखनऊ बेच में दोनों स्थानों पर ई न्यायालय का उदघाटन किया जाएगा। वे सेंटर फॉर इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी सभागार में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शनिवार को शाम पांच बजे सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस मदन बी लाकुर द्वारा उदघाटन किया जाएगा। कार्यक्रम में उप्र शासन के मुख्य सचिव राजीव कुमार उपस्थित रहेंगे।

ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी जानकारी

जस्टिस दिलीप गुप्ता ने कहा कि ई न्यायालयों में सूचना तकनीक के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट, सभी हाईकोर्ट, जिला न्यायालयों की समस्त जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी। इसके जरिए मुकदमों की अध्यावधिक स्थिति, पंजीकरण व अन्य जानकारियां भी आम आदमी व वकीलों को मिल जाएंगी। उन्होंने कहा कि उप्र में ई न्यायालय की शुरुआत न्याय प्रक्रिया को तीव्रतम करने में नीव का पत्थर साबित होगी। इसके बाद हाईकोर्ट से लेकर जिला न्यायालयों को तेजी से ई न्यायालय में बदला जाएगा। हाईकोर्ट 21 अगस्त से ई न्यायालय के माध्यम से कार्य आरंभ करेगा। शनिवार को हाईकोर्ट के कक्ष संख्या नौ से ई न्यायालय का आरंभ होगा। समारोह मुख्य न्यायाधीश के कक्ष में आयोजित होगा। इस दौरान जस्टिस अंजनी कुमार मिश्रा, डीएम संजय कुमार, एसएसपी आनंद कुलकर्णी उपस्थित रहे।

एट-ए ग्लांस

5000 हजार केस का अब तक डिजिटाइजेशन किया जा चुका है

6000 ई मेल्स हाईकोर्ट द्वारा प्रतिदिन भेजी जाती हैं

615068 आर्डर्स व जजमेंट्स अब तक एनजेडीजी (नेशनल ज्यूडिशियल डाटा ग्रिड) पर अपलोड किए जा चुके हैं

1088432 आर्डर्स और जजमेंट एनजेडीजी पर मौजूद हैं।

69 डिस्ट्रिक्ट कोर्ट और 67 जेल में वीडियो कांफ्रेसिंग फैसिलिटी मौजूद है

5882682 केसेज पेंिडंग हैं वर्तमान (दस अगस्त 2017 के मुताबिक) एनजेडीजी पर

ई कोर्ट सर्विस मोबाइल एप सभी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में उपयेाग के लिए उपलब्ध हो चुकी है