- इलाहाबाद-झांसी खंड स्नातक चुनाव में कम रहा वोटिंग परसेंटेज

- घरों से नहीं निकले वोटर्स, पोलिंग बूथों पर छाई रही खामोशी

<- इलाहाबाद-झांसी खंड स्नातक चुनाव में कम रहा वोटिंग परसेंटेज

- घरों से नहीं निकले वोटर्स, पोलिंग बूथों पर छाई रही खामोशी

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: चुनाव आयोग की लाख कोशिशों के बावजूद एक बार फिर वोटर्स घर से नहीं निकले। इलाहाबाद-झांसी खंड स्नातक चुनाव के दौरान पोलिंग बूथों पर सन्नाटा छाया रहा। उधर इस मामले में ग्रामीण वोटर्स शहरियों से आगे निकल गए। उनका वोटिंग परसेंटेज कहीं ज्यादा रहा। दिनभर चली वोटिंग में इक्का-दुक्का शिकायतों को छोड़ दें तो कहीं से कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई। चुनाव परिणाम ख्म् मार्च को घोषित किया जाएगा।

फ्ख् फीसदी से कम हुई वोटिंग

संडे को चुनाव के दौरान डिस्ट्रिक्ट में कुल फ्क्.भ् फीसदी वोट ही पड़ सके। कुल 9क् हजार वोटर्स को वोट करना था, जबकि मैदान में फ्0 कैंडिडेट्स आमने-सामने थे। लगातार चल रहे जागरुकता अभियान के चलते उम्मीद थी कि इलाहाबादी वोटर्स पुराने मिथक को तोड़ देंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। सुबह से ही पोलिंग बूथों पर सन्नाटा पसरा रहा। हालात यह थे कि शुरुआती दो घंटों में गिनती के वोटर्स ही पहुंचे और इसके बाद दिन में क्क् से क् बजे के बीच हल्की-फुल्की भीड़ नजर आई।

फिर आगे निकले ग्रामीण वोटर्स

शहरियों के मुकाबले एक बार फिर ग्रामीण वोटर्स आगे निकल गए। अर्बन में जहां क्9.भ् वोटिंग परसेंटेज रहा वहीं ग्रामीण इलाकों में ब्फ्.भ् फीसदी वोटर्स ने बूथों पर दस्तक दी। शहर के हालात काफी नाजुक रहे। कर्नलगंज इंटर कॉलेज की बूथ संख्या में कुल वोटर्स संख्या क्फ्07 थी, जिसके मुकाबले दोपहर दो बजे तक क्फ्भ् ने वोट दिया था। इसी तरह सेंट एंथोनी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज के बूथ संख्या फ्ब् और फ्9 में दोपहर डेढ़ बजे तक क्रमश: क्क्7 व क्0ख् वोटर ही पहुंचे थे। शाम होते-होते यह संख्या तेजी से गिरती चली गई। बता दें कि डिस्ट्रिक्ट में कुल ब्भ् मतदान केंद्र और क्09 बूथ बनाए गए थे।

क्या घर से नहीं लौटे स्टूडेंट्स?

लो वोटिंग परसेंटेज होने के सवाल पर ऑफिसर्स के अपने-अपने तर्क हैं। उनका कहना है कि कई स्टूडेंट्स होली के मौके पर अपने घर गए हुए थे, आसपास परीक्षाएं भी नहीं है इसलिए वह नहीं लौटे। इसकी वजह से भी वोटिंग कम हुई। इसके अलावा कई वोटर्स नौकरी के चक्कर में सिटी से बाहर चल रहे हैं, जो एक बड़ी वजह रही। बता दें कि संडे को दोपहर का तापमान भी कुछ अधिक रहा। माना जा रहा है कि गर्मी के चलते भी वोटर्स ने घर से निकलने में उदासीनता दिखाई है।

जगह-जगह मिली शिकायत

ऑफिसर्स का दावा है कि चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। हालांकि कुछ जगहों पर हल्की-फुल्की शिकायतें जरूर मिलीं। कर्नलगंज इंटर कॉलेज में एक वोटर ने बताया कि उसका नाम सूची से गायब है। मौके पर मौजूद एडीएम प्रशासन आरएन गुप्ता ने जांच की तो पता चला कि वह गलत पोलिंग बूथ पर अपना नाम ढूंढ रहा था। वहीं कुछ बूथों पर वोटर्स ने शिकायत की कि उनका वोट किसी और ने डाल दिया है। अधिकतर मामले सूची में गड़बड़ी के सामने आए।

पल-पल लेते रहे जायजा

चुनाव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम पी गुरु प्रसाद और एसएसपी उमेश श्रीवास्तव ने किदवई मेमोरियल ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज, श्री रणजीत सिंह पंडित इंटर कॉलेज, क्षेत्र पंचायत बहादुर पुर, नैनी सहित दर्जन भर मतदान केंद्रों का दौरा किया। चुनाव आयोग के निर्देश पर मतदान केंद्रों पर सेक्टर मजिस्ट्रेट और पोलिंग बूथ पर माइक्रो आब्जर्वर की तैनाती की गई थी। केंद्रों पर भारी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा।

इन्होंने पहली बार की वोटिंग

- अभी तक एमएलसी चुनाव में वोट नहीं दिया था। यह पहला मौका है जब मैं अपनी वाइफ के साथ बूथ पर आया हूं। कोशिश रहेगी प्रत्येक चुनाव में वोट का उपयोग किया जाए।

डॉ। आरपी श्रीवास्तव

- न्यूज पेपर्स और चैनल्स में वोटिंग के लिए की जा रही जागरूकता से प्रेरणा मिली कि हर हाल में वोटिंग करनी चाहिए। इसलिए सुबह ही तैयारी कर ली थी। वोट देने के बाद काफी एक सुकून सा महसूस हो रहा है।

परवेज आलम

- अभी तक किसी भी चुनाव में वोट नहीं दिया था। यहां पर पहली बार वोट देने आया हूं। काफी कम लोग आए है। उम्मीद थी कि ज्यादा समय लगेगा लेकिन फटाफट मेरा नंबर आ गया।

महेश कुमार पांडेय

- सभी को वोट देना चाहिए। मैंने भी पहली बार वोट दिया है। मेरे साथ फैमिली के दूसरे पर्सस भी मौजूद हैं। फ्यूचर में सभी चुनाव में वोटिंग करके सोसायटी को मैसेज देना है।

सुजाता