पंक्चुअलिटी समीक्षा में जीएम एनसीआर ने सीआरबी के सामने रखा प्रस्ताव

बी रूट : लखनऊ-सुल्तानपुर-वाराणसी पर मालगाडि़यां चलाने का दिया सुझाव

ALLAHABAD: मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की पंक्चुअलिटी को लेकर चेयरमैन रेलवे बोर्ड अश्वनी लोहानी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी जोन की समीक्षा की। इसमें सभी जोन के अधिकारियों के साथ ही जीएम एनसीआर ने भी सुझाव रखे।

एसेट फेलीयर्स पर दें ध्यान

सीआरबी ने कहा कि रखरखाव पर लगातार ध्यान देने के साथ ही मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की पंक्चुअलिटी में सुधार की सबसे अधिक जरूरत है। इसके लिए एसेट फेलीयर्स पर सबसे अधिक ध्यान देने की जरूरत है।

प्रति घंटे की जा रही निगरानी

उन्होंने लंबी अवधि के ब्लॉक के संदर्भ में कहा कि यह अति महत्वपूर्ण है कि ब्लॉक बस्रि्टग न हो। जीएम एनसीआर एमसी चौहान ने कहा कि पंक्चुअलिटी में सुधार के लिए एनसीआर में चल रही सात जोड़ी ट्रेनों की गति क्षमता 110 किमी प्रति घंटा से बढ़ाकर 130 किमी प्रति घंटा की गयी है। पंक्चुअलिटी की प्रतिघंटा निगरानी की जा रही है।

ट्रेनों की स्पीड की जाए अपग्रेड

चौहान ने कहा कि पंक्चुअलिटी में सुधार के लिए एलएचबी कोच युक्त गैर-वातानुकूलित ट्रेनों की 29 जोड़ी गाडि़यों की गति क्षमता 110 किमी प्रति घंटा से 130 किमी प्रति घंटा की जाए। उन्होंने कुछ माल गाडि़यों को रूट ए : गाजियाबाद-मुगलसराय की जगह रूट बी : लखनऊ-सुल्तानपुर-वाराणसी पर चलाने का प्रस्ताव रखा।

प्रयाग से चलेंगी चार ट्रेनें

जीएम ने कहा कि इलाहाबाद जंक्शन से चार ट्रेनों नौंचंदी, सरयू, इलाहाबाद जौनपुर पैसेन्जर एवं गंगा गोमती एक्सप्रेस को प्रयाग स्थानांतरित करने के सुझाव को रेलवे बोर्ड द्वारा स्वीकार कर लिया गया है। प्रयाग घाट स्टेशन डेवलप होने के बाद ट्रेनों का स्थानांतरण किया जाएगा।