एनसीआर के आगरा स्टेशन को मिला आईएसओ 14001 सर्टिफिकेट

क्लीन और हाईजीनिक इनवायरमेंट को मिलता है यह अवार्ड

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद जंक्शन 30 मई 2022 तक वेल मेंटेन, हाईजिनिक के साथ ही पूरी तरह क्लीन नजर आएगा. इंटरनेशनल लेवल की सफाई व्यवस्था की जाएगी. जंक्शन को आईएसओ 14001-2015 सर्टिफिकेट जारी किया गया है. आईएसओ सर्टिफाइड रेलवे स्टेशन गुवाहाटी के बाद इलाहाबाद जंक्शन यह मुकाम पाने वाला देश का दूसरा स्टेशन है. इस कैटेगिरी में एनसीआर के आगरा स्टेशन को भी शामिल कर लिया गया है.

कुंभ के दौरान किया गया था सर्वे

आईएसओ इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर स्टडराइजेशन एक्यूसी मिडिल ईस्ट एफजेडई द्वारा कुंभ सर्वे के बाद एनसीआर के इलाहाबाद जंक्शन और आगरा स्टेशन को आईएसओ 14001-2015 सर्टिफिकेट जारी किया गया है. जिसके तहत निर्धारित मानकों को ध्यान रखते हुए इलाहाबाद जंक्शन को चमकाया जाएगा. कुंभ मेला को लेकर इलाहाबाद जंक्शन पर जनवरी से ही विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इलेक्ट्रिक सफाई व्यवस्था जंक्शन पर अपनाई गई है. सफाई व्यवस्था आगे भी बरकरार रहे व और बेहतर हो, इसके लिए आईएसओ सर्टिफिकेट जारी किया गया है. इसके तहत 2022 तक सफाई व्यवस्था की निगरानी होती रहेगी.

आईएसओ सर्टिफिकेट नंबर- 191ECC81

31-05-2019 को हुआ आईएसओ सर्टिफिकेट में इलाहाबाद जंक्शन का रजिस्ट्रेशन

-30-05-2022 है आईएसओ सर्टिफिकेट का एक्सपायरी डेट

30-04-2020 को होगा पहला सर्वे

30-04-2021 को होगा इलाहाबाद जंक्शन का दूसरा सर्वे

हमने परखी हकीकत

इलाहाबाद जंक्शन को आईएसओ 14001-2015 सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया. लेकिन, जंक्शन पर सफाई व्यवस्था की वर्तमान में क्या हकीकत है, यह जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने रियलिटी चेक किया. इसमें इलाहाबाद जंक्शन पूरी तरह से बदला नजर आया.

जंक्शन पर इंट्री करते ही भीनी-भीनी खुशबू ने वेलकम किया.

प्लेटफार्म नंबर एक और दो-तीन के साथ ही चार-पांच का प्लेटफार्म भी चमकता हुआ नजर आया.

प्लेटफार्म नंबर एक पर मशीन के जरिये कर्मचारी सफाई करते हुए दिखे.

प्लेटफार्म पर कहीं भी बोतल या फिर गंदगी का ढेर नहीं दिखा

थोड़ी-थोड़ी दूर पर स्टील का डस्टबिन मिला. पब्लिक इसे यूज भी कर रही थी.

पानी की बोतल यहां-वहां न दिखे इसके लिए सिटी साइड में बोतल क्रशिंग मशीन लगाईं गई है.

ट्रेन रुकने पर पैसेंजर रेलवे लाइन पर कोई सामान न फेकें इसके लिए कर्मचारी लोगों को अवेयर करते दिखे

मानक तय करता है आईएसओ

आईएसओ इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर स्टडराइजेशन के लिए काम करता है. इसका काम डिफरेंट फील्ड के लिए मानक तय करना है. इंटरनेशनल रूल्स के अनुसार पर्यावरण प्रबंधन पद्धति के लिए कई तरह के आईएसओ प्रमाणन और आईएसओ 14001 है. इसे 2015 से एक्टिव किया गया है. इसलिए प्रमाण पत्र को आईएसओ 14001: 2015 कहा जाता है.

इलाहाबाद जंक्शन पर सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान दिया जा रहा है. बेहतर और पूरी तरह से इलेक्ट्रिॉनिक सफाई व्यवस्था की निगरानी की जा रही है. जिसके अनुसार सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा.

अमित मालवीय

पीआरओ, एनसीआर