-वक्ताओं ने डाला कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश

ALLAHABAD: इलाहाबाद लाइब्रेरी फोरम के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को एमएलएन मेडिकल कॉलेज के केंद्रीय पुस्तकाल में लाइब्रेरियन दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें भारत में पुस्तकालय विज्ञान के जनक पदमश्री डॉ। शियाली रामामृत रंगनाथन की 126वीं जयंती पर उन्हें याद किया गया। इस दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट के डिप्टी लाइब्रेरियन विष्णु श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला।

आज भी प्रभावी हैं उनके सिद्धांत

कार्यक्रम के संयोजक अरुण प्रकाश श्रीवास्तव ने डॉ। रंगनाथन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भारत में प्रथम विवि पुस्कालयाध्यक्ष के रूप में मद्रास विवि में कार्यभार ग्रहण किया। इसके बाद बीएचयू हिंदी विवि, दिल्ली विवि में योगदान देते हुए 1944 में भारतीय पुस्तकालय संघ के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। उनके द्वारा सृजन पुस्तकालय विज्ञान के पांचों सिद्धांत वर्तमान तकनीकी युग में भी प्रभावी हैं।

पुस्तकालय विज्ञान पर किया जागरुक

इसके पहले कार्यक्रम का उदघाटन इलाहाबाद विवि के सतीशचंद्र राय ने डॉ। रंगनाथन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। मुख्य वक्ता ने वर्तमान परिवेश में डिजिटल पुस्तकालय की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। जनपद के विभिन्न विभागों पुस्तकालय एचओडी की उपस्थिति में डॉ। सुग्रीव सिंह, सत्यप्रकाश श्रीवास्तव, नवीन श्रीवास्तव, रमाशंकर भारती, अभिषेक श्रीवास्तव, आशुतोष अग्रहरि आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन सीटीई के लाइब्रेरियन राजेश गुप्ता व धन्यवाद ज्ञापन मेडिकल कॉलेज के लाइब्रेरियन श्रीकृष्णपाल सिंह ने किया।