इविवि ने तीन साल से बिजली के बिल बकाया के नाम पर बढ़ाई हॉस्टल की फीस

तीन साल वालों से 18, दो साल वालों से 16 व एक साल वालों से लेंगे 14 हजार रुपये

पहले प्रति सेशन 10 हजार रुपये थी हॉस्टल फीस, नए छात्रों से भी अब लिए जाएंगे 14 हजार रुपये

ALLAHABAD: बिजली का बिल जमा न होने के नाम पर इविवि ने वुमेन कॉलेज कैंपस में स्थित हॉस्टल की फीस बढ़ा दी है। इस बढ़ोत्तरी से हॉस्टल में रहने वाली छात्राएं भड़क गई हैं। उनका कहना है कि हॉस्टल से प्रति सेशन यूनिवर्सिटी को तीस लाख रुपये की कमाई हो रही है। तीन साल में बिजली का बिल 13 लाख हुआ है तो किस बुनियाद पर फीस बढ़ाई जा रही है। इसे लेकर छात्राओं ने डीएसडब्ल्यू का घेराव भी किया।

डीएसडब्ल्यू का घेराव

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने वुमेन कॉलेज कैम्पस में स्थित हास्टल हॉल ऑफ रेजिडेंस में रह रहीं छात्राओं की फीस बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसकी इन्फार्मेशन छात्रावास अधीक्षक की ओर से जारी की गई है। फीस बढ़ने की जानकारी होते ही छात्राएं भड़क गई। उन्होंने फ्राइडे को डीएसडब्ल्यू का उनके कार्यालय में घेराव किया।

समय के आधार पर निर्धारण

छात्राओं ने बताया कि नए आदेश के तहत जो छात्राएं तीन साल से हॉस्टल में रह रही हैं, उनसे आठ हजार रुपए अतिरिक्त वसूला जाएगा। दो साल से वालों से छह हजार और एक साल वालों से चार हजार रुपए अतिरिक्त लेने की सूचना जारी की गई है।

हर साल तीस लाख की कमाई

अभी तक हाल ऑफ रेजिडेंस की फीस 10 हजार रुपए थी। नए आदेश से छात्राओं को समयसीमा के आधार पर 18,000, 16,000 एवं 14,000 रुपए जमा करने पड़ेंगे। सूत्रों की मानें तो इविवि प्रशासन ने यह निर्णय पिछले तीन साल से बकाया बिजली के बिल के बहाने लिया है। छात्रावास के बिजली बिल का बकाया तकरीबन 13 लाख रुपए के आसपास है। छात्राओं का कहना है कि उनके हास्टल में करीब तीन सौ कमरे हैं। 10 हजार रुपए फीस के हिसाब से प्रत्येक वर्ष छात्रावास से तीस लाख रुपए की कमाई हो रही है।

हिसाब करें सार्वजनिक

छात्राओं का कहना है कि यदि एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने बिजली बिल का भुगतान नहीं किया तो इसके लिए छात्राएं कैसे जिम्मेदार हैं? हास्टल फीस में एडमिशन फीस, रुम रेंट, कल्चरल एक्टिविटी, गेम्स, इलेक्ट्रिसिटी एंड वाटर, हास्टल मेंटिनेंस एवं कॉशन मनी भी शामिल होती है। निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने डीएसडब्ल्यू को दिए ज्ञापन में छात्रावास शुल्क के नाम पर लिए गए लाखों रुपए का हिसाब सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि बढ़ी फीस वापस न ली गई तो छात्राएं आन्दोलन के लिए बाध्य हो जाएंगी।

यह तो अभी आगाज है

यूनिवर्सिटी से जुड़े जानकारों की मानें तो इविवि ने वुमेन कॉलेज कैंपस के हॉस्टल की फीस बढ़ाने का निर्णय लेकर टेस्टिंग की है। यदि यह प्लान कामयाब रहता है और छात्राओं से फीस की वसूली हो जाती है तो इसे अन्य हॉस्टलों पर भी लागू किया जाएगा। एक बार पहले छात्राओं के हॉस्टल की फीस बढ़ाने के नाम पर यूनिवर्सिटी में बवाल हो चुका है। उस समय एयू एडमिनिस्ट्रेश को बैकफुट पर आना पड़ा था।