पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने डीएसडब्लू और चीफप्रॉक्टर के खिलाफ विधिक कार्रवाई की दी चेतावनी

ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों के काम रोको आंदोलन के खिलाफ चीफ प्राक्टर प्रो। राम सेवक दुबे और डीएसडब्लू प्रो। हर्ष कुमार ने पंद्रह जून को पीएम को पत्र लिखकर परिसर में शांतिपूर्ण वातावरण के लिए गुहार लगाई थी। अब छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों ने दोनों प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी दी है कि यदि चाटुकारितापूर्ण बयानों को वापस नहीं लिया गया तो सपा कार्यकर्ता आंदोलन को बाध्य होंगे और अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का केस किया जाएगा।

नहीं है आरोपों का कोई सुबूत

छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने बताया कि जो पत्र अधिकारियों की ओर से पीएम को लिखा गया है उस पूरे प्रकरण में विश्वविद्यालय के पास कोई सबूत और प्रमाण नहीं है। यदि सबूत है तो उसे पुलिस को सौंपना चाहिए था। क्योंकि प्रकरण की जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि पीएम को लिखे पत्र में प्रमाणहीन आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों के विरुद्ध दोनों अधिकारियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।