-एडमिशन कमेटी के चेयरमैन ने कहा पारदर्शिता और साफ सुथरी प्रवेश प्रक्रिया प्राथमिकता

-न्यू एकेडमिक सेशन 2018-19 में प्रवेश की कवायद में तेजी, जून में आएंगे रिजल्ट

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। आरएल हांगलू ने न्यू एकेडमिक सेशन 2018-19 में प्रवेश प्रक्रिया को सम्पन्न करवाने के लिए एडमिशन कमेटी का गठन जनवरी में ही कर दिया था। इसका चेयरमैन इंग्लिश डिपार्टमेंट के प्रोफेसर आरके सिंह को बनाया गया था। इस बार प्रवेश के लिए डायरेक्टर इविवि के परीक्षा नियंत्रक और फिलॉसफी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एचएस उपाध्याय को बनाया गया है। न्यू एकेडमिक सेशन में प्रक्रिया के बाबत चेयरमैन प्रो। आरके सिंह ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया का विज्ञापन नेक्स्ट वीक में निकालने की प्लानिंग है।

मई में प्रवेश परीक्षाएं

प्रो। सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी को अच्छे विद्यार्थी मिलें, इसके लिए जरूरी है कि प्रवेश प्रक्रिया को समय पर सम्पन्न करवाया जाए। दूसरी रेप्यूटेड यूनिवर्सिटीज में पहले ही प्रवेश परीक्षाएं करवा ली जाती हैं। प्रवेश पारदर्शी एवं साफ सुथरा हो, यह विवि प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि इस बार सभी प्रवेश परीक्षा 31 मई तक सम्पन्न करवाने की प्लानिंग थी। इसमें कम्बाइंड रिसर्च एंट्रेंस टेस्ट भी शामिल है। लेकिन डायरेक्टर प्रो। एचएस उपाध्याय की अस्वस्थता के चलते प्लानिंग में मामूली अंतर हो सकता है। उन्होंने बताया कि प्रवेश परीक्षा के लिए एजेंसी का नाम भी लगभग फाइनल हो चुका है।

क्रेट और पीजी पर रहेगा फोकस

एयू एडमिनिस्ट्रेशन का पूरा जोर है कि जून में सभी रिजल्ट निकालकर समय पर काउंसिलिंग आरंभ कर दी जाये। इसका लाभ ये होगा कि जुलाई में सत्र की शुरुआत से ही सभी जगहों पर क्लासेस शुरु हो सकेंगी। हर बार की तरह ही इस बार भी पीजी और क्रेट के दाखिले को समय पर पूरा करवाना चैलेंज है। क्योंकि पीजी और क्रेट में दाखिले विभागवार होते हैं। पीजी में इविवि से सम्बद्ध महाविद्यालयों में भी दाखिले होने हैं। प्रो। आरके सिंह ने बताया कि इविवि की पीजी प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर ही कॉलेजेस में भी दाखिले होंगे।

न्यू सेशन में यूजीएटी, पीजीएटी, क्रेट, एमबीए, एमबीएआरडी, बीएएलएलबी, एलएलबी, आईपीएस, बीएड, एमएड आदि में प्रवेश होना है। तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। अगले सप्ताह तक प्रवेश प्रक्रिया का विज्ञापन जारी करने का प्लान है।

प्रो। आरके सिंह, चेयरमैन