विवि में सीसीटीवी सर्विलांस का 15 मार्च को किया गया था शुभारंभ

कैम्पस में गोलीकांड के बाद विवि प्रशासन अमल में लाएगा प्लानिंग

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के फिलासफी डिपार्टमेंट में बीते पांच अप्रैल को एमए के स्टूडेंट नागेन्द्र सिंह को गोली मार दी गयी थी। इसके बाद कैम्पस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठे थे। क्लास के अंदर घुसकर छात्र को गोली मारे जाने की घटना के बाद कैम्पस से लेकर सड़क तक प्रदर्शन किया गया। मामला तब तक शान्त नहीं हुआ जब तक पुलिस ने गोलीकांड के मुख्य आरोपी सरदार सिंह को अरेस्ट नहीं कर लिया।

तैयार है डिटेल प्रोजेक्ट रिपार्ट

इसी क्रम में इविवि प्रशासन करेंट फाइनेंसियल इयर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या में बढ़ोत्तरी करने जा रहा है। इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनकर तैयार है। इविवि के आईसीटी सेल की प्लानिंग है कि विवि में 163 सीसीटीवी कैमरे और लगाये जायें। प्लानिंग है कि जो भी नए कैमरे लगेंगे। वे हाई रेजुल्यूशन के होंगे। ऐसे कैमरे लगाने की प्लानिंग है, जिनके वीडियो को 30 गुना तक जूम करके देखा जा सके। यही नहीं ऊंचाई पर चारो दिशाओं में घूमते हुए सीटीजेड कैमरों की संख्या में भी वृद्धि की जायेगी।

अभी चुनिंदा प्लेसेस पर लगे हैं

कैंपस में बेहतर गुणवत्ता वाले कैमरों पर अंतिम निर्णय एनआईटी के एक्सपर्ट लेंगे। ये एक्सपर्ट इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन से रिलेटेड होंगे। बता दें कि विवि में अभी जो कैमरे लगे हैं। उन्हें कुछ चुनिंदा स्थानों पर एक-दो की संख्या में ही लगाया गया है। इनमें विवि का एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लाक, मेन गेट, वीसी ऑफिस, छात्रसंघ भवन, डीन ऑफिस, दरभंगा हाल, महिला छात्रावास का मेन गेट जैसी जगहें शामिल हैं। ये ऐसे स्थान हैं, जहां स्टूडेंट्स की गैदरिंग कम होती है। ऐसे में 05 अप्रैल को गोलीकांड के बाद विवि प्रशासन आवश्यकता महसूस कर रहा है कि कैमरे ऐसे स्थानो पर लगाये जायें। जहां स्टूडेंट्स की गैदरिंग ज्यादा होती है।

इन बातों पर करें गौर

- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। आरएल हांगलू द्वारा सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम का शुभारम्भ 15 मार्च को किया गया।

- प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में विवि में कुल 163 अत्यन्त उच्च गुणवत्ता के कैमरे लगाये गये हैं।

- इनकी 24 घंटे निगरानी एक ही समय में नियंत्रण कक्ष से संचालित होती है।

- उसी समय सीसीटीवी प्रोजेक्ट के द्वितीय चरण में रोडमैप पर भी चर्चा की गयी थी।

विवि में कई घटनाओं का खुलासा सीसीटीवी कैमरे से ही हुआ है। ऐसे में यह कहना की कैम्पस की सुरक्षा पुख्ता नहीं है, सही नहीं है। यह बात जरुर है कि ऐसे स्थानो पर कैमरों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाएगी। सभी डिपार्टमेंट, हेड्स के चैम्बर, महिला छात्रावास की दिवारें आदि जगहों पर कैमरे लगाये जाने हैं।

प्रो। सुनीत द्विवेदी, कन्वीनर, आईसीटी सेल