कुलपति की बर्खास्तगी की मांग को लेकर निकले छात्रों पर वूमेन्स हॉस्टल के सामने हुआ लाठीचार्ज

ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति को बर्खास्त किए जाने की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन सोमवार को फिर गरमा गया। वूमेन्स हॉस्टल के सामने से कैंडिल मार्च निकालने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर आक्रोशित छात्रों ने विश्वविद्यालय और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की तो छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज होने से भगदड़ मच गई और छात्र इधर उधर भागने लगे। देर रात तक वूमेन्स हॉस्टल से लेकर केपीयूसी हॉस्टल तक पूरा इलाका छावनी में तब्दील रहा।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक छात्रों ने वूमेन्स हॉस्टल से छात्रसंघ भवन तक कैंडिल मार्च निकालने का ऐलान किया था। शाम छह बजे दर्जनों की संख्या में छात्र वूमेन्स हॉस्टल के गेट के सामने पहुंचे। उधर पहले से ही भारी संख्या में पुलिस बल के जवान मौजूद थे। छात्रों ने जैसे ही मार्च निकालने की कोशिश की तो पुलिस ने रोक दिया। इस पर छात्र आक्रोशित हो उठे। छात्र मार्च निकालने की जिद पर अड़े रहे। नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर छात्रों को तितरबितर कर दिया। कई छात्रों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया।

छात्राओं का क्रमिक अनशन जारी

तीन सूत्रीय मांगों को लेकर वूमेन्स हॉस्टल के गेट पर छात्राओं का क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा। देर शाम छात्राओं ने कैंडिल जलाकर अपना विरोध तेज किया। छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह ने कहा कि जब तक हमारे साथियों को रिहा नहीं किया जाता और कुलपति इस्तीफा नहीं देते तब तक आंदोलन चलता रहेगा।

छात्रों ने जेल में तोड़ा अनशन

सेंट्रल जेल में छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित कुमार मिश्रा व उपाध्यक्ष आदिल हमजा के साथ 22 छात्रों का आमरण अनशन सोमवार को समाप्त हो गया। जेल अधीक्षक ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी बातों को सरकार तक पहुंचाया जाएगा। जिसके बाद छात्रों ने अपना अनशन तोड़ दिया।