इविवि छात्रसंघ के उपाध्यक्ष अदील हमजा ने कुलपति की कार्यशैली को बताया गलत

नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैकिंग फ्रेमवर्क की रैकिंग में 95वें स्थान पर पहुंची यूनिवर्सिटी

ALLAHABAD: नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैकिंग फ्रेमवर्क की ताजा रैकिंग में इलाहाबाद विश्वविद्यालय बहुत पीछे चला गया है। विश्वविद्यालय का प्रदर्शन पिछले वर्ष की तुलना में 68वें पायदान से खिसक कर 95वें स्थान पर पहुंच गया है। अब जब साख दांव पर लग गई है तो विश्वविद्यालय छात्रसंघ के उपाध्यक्ष अदील हमजा साहिल ने कुलपति प्रो। आरएल हांगलू की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है।

उन्होंने कहा है कि एक समय इस विश्वविद्यालय में सभी क्लासेज प्रोफेसर खुद लिया करते थे, लेकिन अब स्थिति ये है कि ज्यादातर क्लासेज शोध छात्रों के भरोसे चल रही हैं। सभी छात्र-छात्राओं को न तो हॉस्टल की सुविधा मिलती है न कम्प्यूटर लैब और न ही लाइब्रेरी की सुविधा दी जाती है। इसके लिए हर वर्ष करोड़ों का बजट आता है और कहां चला जाता है इसका पता ही नहीं चलता है। विश्वविद्यालय प्रशासन अगर स्थिति में सुधार नहीं लाता है तो हजारों छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में चला जाएगा।

विवि प्रशासन कर रहा गुमराह

इलाहाबाद विश्वविद्यालय वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को कार्यकारिणी सदस्यों की आपात बैठक बुलाई। यूनियन के कार्यवाहक महामंत्री तीर्थराज यादव ने कहा कि जब छात्रहितों को ध्यान में रखते हुए हमने आंदोलन को स्थगित कर दिया तो उसके बाद किस बात के लिए अनुबंध पत्र भरवाया जा रहा है। कर्मचारियों का कहना था कि यह पत्र उन्हें गुमराह करने के लिए भरवाया जा रहा है। इसलिए कोई भी कर्मचारी अनुबंध पत्र नहीं भरेगा। बैठक में ज्ञान सिंह यादव, महेन्द्र बहादुर सिंह, श्याम बाबू, इन्द्रजीत पाल, अभय सिंह आदि कर्मचारी मौजूद रहे।