कर्नलगंज पुलिस पर भड़का इलाहाबाद यूनिवर्सिटी अध्यापक संघ

छात्रों को दी गई हिदायत कैम्पस का माहौल बिगाड़ने का प्रयास न करें

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एचओडी के खिलाफ कर्नलगंज पुलिस द्वारा गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किये जाने से शिक्षकों में आक्रोश है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने थर्सडे को इमरजेंसी मीटिंग कर पुलिस पर आरोप लगाया कि बिना जांच के ही एफआईआर दर्ज कर ली गई। टीचर्स एसोसिएशन ने इसके विरोध में आईजी और एसएसपी से मिलकर कंपलेन देने की बात कही है। छात्रों को भी हिदायत दी गई है कि वे गुरु शिष्य परंपरा को बनाकर रखें। बैठक में अध्यक्ष रामसेवक दुबे, उपाध्यक्ष प्रो। एआर सिद्धिकी एवं डॉ। लालसा यादव, महामंत्री प्रो। एसएम प्रसाद, डॉ। आरके आनंद, डॉ। जयशंकर सिंह आदि मौजूद रहे।

चैंबर में हुई थी मारपीट

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रों के दो गुटों के बीच मंडे को लॉ फैकेल्टी में एचओडी प्रो। आरके चौबे के चैम्बर में मारपीट हो गई थी। छात्रों का आरोप था कि जीएन झा हास्टल में 17 दिसम्बर को छात्रों के बीच मारपीट के बाद एचओडी ने दोनो पक्षों को समझौते के लिये बुलाया। उनके बुलाने पर पहुंचे दोनो पक्षों में उनके सामने ही मारपीट हुई। इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्रसंघ के पूर्व उपमंत्री श्रवण कुमार जायसवाल को गंभीर चोटें आई। श्रवण के अलावा एबीवीपी से छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ चुके आनंद कुमार सिंह निक्कु और सूर्य प्रकाश मिश्र भी घायल हुये।

इन धाराओं में मुकदमा

मारपीट में घायल छात्रों एवं पूर्व पदाधिकारियों का आरोप था कि प्रो। आरके चौबे ने उन्हें षड़यंत्र के तहत बुलाया और दूसरे पक्ष से पिटवाया। इसके बाद कर्नलगंज पुलिस ने श्रवण जायसवाल की तहरीर पर आठ अभियुक्तों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इसमें प्रो। आरके चौबे, अवधेश तिवारी बजरंगी, मोनू ठाकुर, अर्पित सिंह उर्फ राजकुमार, सतीश तिवारी, नीरज सिंह उर्फ बन्टु, राजेश सिंह समेत दो अन्य अज्ञात अभियुक्त शामिल हैं। इनके खिलाफ धारा 147, 323, 341, 504, 506 एवं 120 बी के तहत मुकदमा पंजीकृत हुआ है। छात्रों के बीच मारपीट की वजह वीसी प्रो। आरएल हांगलू के खिलाफ लगातार किया जा रहा विरोध प्रदर्शन बताया गया।