- सराफा कारोबारियों ने सोना और नकदी हड़पने का लगाया है आरोप

- फर्जी हॉलमार्क के इस्तेमाल पर पुलिस ने घंटाघर में की थी छापेमारी

GORAKHPUR: घंटाघर में फर्जी हॉलमार्क का इस्तेमाल कर गहने बेचे जाने की शिकायत पर छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर स्वर्ण कारोबारियों ने गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने बरामदगी और जब्ती में सोना और नकदी के मात्रा के अंतर होने का आरोप लगाते हुए शेष सोना और नकदी हड़पने का भी आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस इन आरोपों को निराधार बता रही है।

छह दुकानों पर हुई थी छापेमारी

गहनों पर फर्जी हॉलमार्क का इस्तेमाल कर ग्राहकों को बेचने की शिकायत पर सीओ कोतवाली तारकेश्वर पांडेय के नेतृत्व में राजघाट पुलिस ने शनिवार को घंटाघर के 6 दुकानों पर छापेमारी की थी। पुलिस ने दावा किया कि चार दुकानों से फर्जी हॉलमार्क के उपकरण और गहने बरामद किए गए थे। इस मामले में राजघाट पुलिस ने स्वर्ण कारोबारी समेत इस काम में लिप्त सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

चार दुकानों पर हुई थी छापामारी

इस मामले में गिरफ्तार रामचंद्र जायसवाल का बेटा सुनील और हरिओम वर्मा का बेटा आकाश सोमवार को प्रेसक्लब पहुंच कर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। सुनिल ने बताया कि आरके टंच सेंटर नाम से घंटाघर स्थित गोपी गली में दुकान है। पुलिस ने छापेमारी कर उसकी दुकान से 400 ग्राम सोना और दो लाख नकदी तिजोरी से निकाल कर रख लिया। थाने पहुंच कर पुलिस ने लिखापढ़ी में महज 180 ग्राम सोना और 75 हजार नकदी का ही जिक्र किया है। वहीं हरिओम वर्मा का बेटा आकाश ने बताया कि उसकी भी घंटाघर गोपी गली में आकाश ज्वैलर्स नाम से दुकान है। पुलिस बिना बीआईएस के अधिकारियों को साथ लिए दुकान पर पहुंची और भारी मात्रा में सोने का गहना और 33 हजार नकदी को रख लिया। आरोप है कि बाद में सर्राफा मंडल की मध्यस्थता के बाद पुलिस ने 4 लाख रुपये लेने के बाद गहनों को दे दिया। पुलिस ने 117 ग्राम सोना और 33 हजार नकदी जब्त करने का जिक्र किया।

डिजाइनिंग मशीन पकड़ने का लगाया आरोप

आकाश ने बताया कि पुलिस जिस मशीन को हॉलमार्क का लोगो लगाने की बात कह कर जब्त की है वह असल में गहनों पर डिजाइनिंग करने की मशीन है।

सीसी कैमरा का हार्ड डिस्क उठा ले गई पुलिस

आकाश वर्मा और सुनिल जायसवाल ने बताया कि पुलिस की यह कार्रवाई दुकान पर लगे सीसी कैमरा में कैद थी। इससे छापेमारी के बाद पुलिस सभी दुकानों के सीसी कैमरा का हार्ड डिस्क उठा ले गई। दोनों ने बताया कि अगर सीसी फुटेज को देखा जाए तो पुलिस का सारा कारनामा उसमें साफ दिख जाएगा और मामला खुद साफ हो जाएगा।

सर पुलिस हमें भी फंसा देगी

अपनी पीड़ा बताते हुए आकाश वर्मा और सुनिल इस बात से भी डरते रहे कि अगर हम लोगों ने किसी से इसकी शिकायत की तो पुलिस हमें भी नहीं छोड़ेगी। दोनों का कहना है कि पिता पहले से जेल में हैं, ऐसे में अगर हम लोग भी फंस गए तो सबकुछ बरबाद हो जाएगा।

यह बात पूरी तरह निराधार है। दुकानों पर छापेमारी के दौरान सर्राफा मंडल के लोग मौजूद थे। सभी के देखरेख में कार्रवाई की गई।

तारकेश्वर पांडेय, सीओ कोतवाली

यह लोग गैरकानूनी तरीके से गहनों पर हॉलमार्क लगाकर बेचते थे। उनके पास से उपकरण भी बरामद किया गया है। अब पुलिस उनपर कार्रवाई कर रही है तो वह आरोप लगा रहे हैं।

नवीन सिंह, इंस्पेक्टर राजघाट