-पुलिस कस्टडी में जेल भेजा गया, 16 अगस्त को सजा सुनाई जाएगी

-कैंट निवासी एयरफोर्सकर्मी की नाबालिग बेटी से 2 साल तक रेप करने का था आरोप

-महिला संगठनों ने चप्पल से पीटने की कोशिश की, पीडि़ता और उसके परिवार ने फैसले पर खुशी जताई

KANPUR : शहर में दसवीं की स्टूडेंट को बहला-फुसलाकर दो साल से ज्यादा समय तक रेप करने वाले निलंबित डिप्टी एसपी अमरजीत सिंह शाही को गुरुवार को कोर्ट ने दोषी करार दे दिया। हालांकि कोर्ट ने शनिवार तक के लिए फैसला सुरक्षित कर लिया है। मामला ये था कि आरोपी सीओ लड़की को ब्लैकमेल कर दुष्कर्म करता था। यह मामला मीडिया की सुर्खियों में भी रहा था। कोर्ट के निर्णय पर पीडि़त किशोरी और उसके परिवार ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने आरोपी को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने की उम्मीद जताई है।

एक प्रोग्राम की मुलाकात, और फिर

कैंट के एयरफोर्स स्टेशन कालोनी में रहने वाले कैप्टन रमेश चंद्र विद्यार्थी की फैमिली मां सीतादेवी, पत्नी रीता और बेटी रेखा के अलावा साक्षी है, जो सेंट्रल स्कूल में क्लास क्0 में पढ़ने वाली एक मेधावी स्टूडेंट थी। एक प्रोग्राम में तत्कालीन डिप्टी एसपी अमरजीत शाही से उसकी मुलाकात हुई थी। डिप्टी एसपी शाही ने उसको पुरस्कार देकर सम्मानित किया था। इसके बाद डिप्टी एसपी उसके घर जाने लगे थे, लेकिन साक्षी पर बुरी नजर रखे था। नवम्बर ख्0क्0 में शाही ने रेखा को नशे में करके उसकी आबरू लूट ली। जिसके बाद वो दो साल तक उसके साथ रेप करता रहा। उसके पिता ने हिम्मत जुटाकर मार्च ख्0क्ख् को उसकी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस दौरान शाही ने पीडि़ता को धमकाकर उसके पिता के खिलाफ ही बयान दिलवा दिया। लेकिन उसके पहले ही मीडिया की सर्खियों में आने के बाद मामला तूल पकड़ चुका था। पुलिस ने आनन फानन में क्भ् मार्च को कैंट थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली। जिसका पता चलते ही डिप्टी एसपी फरार हो गए। हालांकि कुछ दिनों बाद डिप्टी एसपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। उनको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, लेकिन वो एक साल में ही जमानत पर छूट गए। इधर, विशेष न्यायाधीश एससी-एसटी एक्ट श्रीप्रकाश की कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई हुई। जिसमें कोर्ट ने गवाहों के बयान और सबूतों के आधार पर तत्कालीन डिप्टी एसपी शाही को आईपीसी की धारा फ्7म्, फ्म्फ्, फ्म्म्, भ्0ब् और भ्0म् में दोषी करार दिया। साथ ही कोर्ट ने पीडि़ता को भी घटना के समय नाबालिग माना। कोर्ट ने क्म् अगस्त को फैसला सुनाने को कहा।

सीओ ने अश्लील सीडी बनाई थी

पूर्व डिप्टी एसपी अमरजीत सिंह शाही ने नाबालिग छात्रा की अश्लील सीडी बना ली थी। जिसके जरिए वो उसको ब्लैकमेल करता था। उसने छात्रा से अप्राकृतिक दुष्कर्म भी किया था। ऐसा साक्षी ने आरोप लगाया था। वो सीडी के जरिए उसके पिता को भी ब्लैकमेल करने लगा था। वो उसके घर में जबरन घुस जाता था। जिसके बाद वो उसके साथ रेप करता था। कई बार वो पिता की मौजदूगी में छात्रा को दूसरे कमरे ले जाता था।

उसने पिता पर ही लगा डाला था रेप का आरोप

पूर्व डिप्टी एसपी शाही के शोषण से छात्रा गंभीर रूप से बीमार हो गई थी। उसके पिता हास्पिटल ले गए थे। जिसका पता चलने पर शाही भी वहां पहुंच गया। उसने छात्रा को मुंह खोलने पर परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी। जिसके डर से छात्रा ने पिता पर ही रेप का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी। मीडिया ने पड़ताल की, तो हकीकत सामने आ गई। जिसके बाद छात्रा ने आरोपी डिप्टी एसपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।

क्9 गवाहों के दर्ज हुए बयान

कोर्ट में मुकदमे के ट्रायल के दौरान क्9 गवाहों के बयान दर्ज हुए। जिसमें पीडि़ता की ओर से 9 गवाह पेश हुए, वहीं आरोपी की तरफ से क्0 गवाह पेश हुए। पीडि़ता ने खुद कोर्ट में आरोपी को पहचानते हुए गवाही दी थी। वो गवाही में घबराई नहीं, बल्कि उसने डटकर आरोपी सीओ की करतूतों का पर्दाफाश कर दिया। वहीं, पीडि़ता के पिता ने भी गवाह दी।

हाईकोर्ट के आदेश पर त्वरित सुनवाई

शहर के इस चर्चित रेपकांड में पीडि़ता की ओर से एडवोकेट रामबहेल विद्यार्थी, सईद नकवी, अजीत शुक्ला ने पैरवी की। उन्होंने बताया कि पहले आरोपी कानूनी दांवपेंच का सहारा लेकर सुनवाई को लम्बी खींचना चाहता था। इसके लिए वो बीमारी का बहाना बनाकर लम्बी तारीख लेने की कोशिश करता था। पीडि़त के पिता के गवाही और उनसे जिरह ब्8 तारीखों में पूरी हुई। जिसे देखते हुए उन लोगों ने हाईकोर्ट में अपील कर तेज सुनवाई करने की अपील की। हाईकोर्ट के आदेश के बाद मुकदमे में त्वरित सुनवाई शुरु हुई।

सिटी के दो सर्किल का इंचार्ज रह चुका है आरोपी

नाबालिग से रेप में दोषी करार पूर्व डिप्टी एसपी शहर में सीसामऊ और कैंट सर्किल का सीओ रह चुका है। वो शहर में करीब डेढ़ साल तैनात था। कैंट में सीओ होने के दौरान उनका पीडि़ता के घर आना-जाना शुरु हुआ था। वो एक चर्चित क्लब में भी पीडि़ता को जबरन ले जाता था। केस के खुलासे के समय वो प्रतापगढ़ में तैनात था।

कोर्ट पर था विश्वास

कोर्ट में आरोपी डिप्टी एसपी को दोषी करार दिए जाने के फैसले को सुनते ही पीडि़ता और उसके परिवार की खुशी से आंख भर आई। कोर्ट पीडि़ता, उसके पिता, मां और दादी मौजूद थी। पीडि़ता और उसके पिता ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था। सच की जीत हुई है। उन्हें उम्मीद है कि आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई जाएगी।