- 1 लाख 77 हजार रुपए में नीलाम हुआ वीआईपी नंबर 0001

- 18 वीआईपी नंबर्स के ऑक्शन से परिवहन विभाग की 3 लाख 90 हजार कमाई

DEHRADUN: आरटीओ द्वारा वाहनों के वीआईपी नंबर्स के ऑक्शन में मसूरी विधायक गणेश जोशी के बेटे मयंक ने बाजी मारी। अपनी लग्जरी कार के लिए उन्होंने सबसे वीआईपी नंबर 000क् के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई। इसके अलावा परिवहन विभाग ने शुक्रवार को कुल क्8 वीआईपी नंबर्स की नीलामी की, जिससे विभाग को फ् लाख 90 हजार रुपए की आमदनी हुई।

ख्म् बिडर्स ने लगाई बोली

शुक्रवार को परिवहन विभाग ने कुल क्8 वीआईपी नंबर्स का ऑक्शन किया। क्8 वीआईपी नंबर्स के लिए ख्म् बिडर्स ने ऑनलाइन बोली लगाई। वीआईपी नंबर्स की आधार बोली क्0 हजार रुपए रखी गई थी। फाइनली फ् लाख 99 हजार रुपए में सारे वीआईपी नंबर्स नीलाम किए गए.

विधायक का बेटा है टॉप बिडर

यूके 07 डीए सिरीज के 000क् नंबर के लिए कुल चार बिडर्स ने बिड लगाई थी। क् लाख 77 हजार की बोली लगाकर यह नंबर मसूरी विधायक गणेश जोशी के बेटे मयंक जोशी के नाम रहा। इसके अलावा इसी सिरीज के 0007 नंबर के लिए भी उन्होंने बिड लगाई। ये नंबर उन्हें फ्म् हजार रुपए में मिला। मंयक जोशी के पिता गणेश जोशी भी वीआईपी नंबर की कार से चलते हैं, उनकी कार का नंबर भी 000क् है। पिता के पास एक वाआईपी नंबर है तो बेटे के पास अब दो वीआईपी नंबर्स हैं। मयंक मर्चेट नेवी में कार्यरत हैं।

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क्8 वीआईपी नंबर्स की नीलामी से विभाग को फ् लाख 90 हजार रुपए की आय हुई है। ख्म् लोगों ने इन नंबर्स के लिए बोली लगाई थी। सबसे ऊंची बोली 000क् नंबर के लिए लगी, ये नंबर क् लाख 77 हजार रुपए में नीलाम हुआ।

अरविन्द पांडे, एआरटीओ, प्रवर्तन।