2015 में मिलेगा भारी डिस्काउंट

अमेजन और फ्लिपकार्ट ने अपकमिंग ईयर 2015 में इंडियन ऑनलाइन कंज्यूमर्स को बढ़ाने के लिए अपने इंफ्रास्ट्रक्चर और डिस्काउंट स्कीम पर निवेश करने का फैसला किया है. इसके तहत दोनों ई-कॉमर्स पोर्टल्स अपने कंज्यूमर्स को ज्यादा से ज्यादा डिस्काउंट देने की कोशिश कर रहे हैं. अमेजन इंडिया की स्पोक्सपर्सन ने इस बारे में बताया, 'हम टेक्नॉलजी, इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स सर्विसेज पर यह पैसा खर्च करेंगे. मोबाइल प्लेटफॉर्म पर वेंडर्स देश भर में हमारे कस्टमर्स को जल्द और भरोसेमंद तरीके से सामान डिलिवर कर सकें, इसके लिए भी इन्वेस्टमेंट होगा.' गौरतलब है कि अमेजन ने पिछले हफ्ते रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज को दिए विवरण में बताया है कि अमेजन इंडिया पेरेंट कंपनी से राइट्स इश्यूज के चलते 610 करोड़ रुपये जुटा रही है. उल्लेखनीय है कि अमेजन ने जुलाई 2014 में भारत में 2 अरब डॉलर के निवेश की बात कही थी.

फ्लिपकार्ट करेगी 1300 करोड़ का निवेश

अमेजन के साथ ही फ्लिपकार्ट ने पिछले हफ्ते हुई बोर्ड मीटिंग में 1300 करोड़ रुपये जुटाने की बात कही थी. गौरतलब है कि राइट्स इश्यू में फ्लिपकार्ट के शेयर्स को सिंगापुर बेस्ड पेरेंट कंपनी को बेचे जाएंगे. इसके साथ ही यह कंपनी कोटक महिंद्रा बैंक से 400 करोड़ रुपये का लोन ले रही है और कंपनी ने पिछले हफ्ते ही अपनी पेरेंट कंपनी से 70 करोड़ रुपये जुटाए थे. इस समय फ्लिपकार्ट की टोटल वेल्यू 11 अरब डॉलर लगाई गई थी.

फ्लिपकार्ट-अमेजन को हुआ जोरदार लॉस

2014 में जोरदार डिस्काउंट स्कीम चलाने की वजह से फ्लिपकार्ट और अमेजन दोनों ई-कॉमर्स कंपनियों को जोरदार नुकसान का सामना करना पड़ा है. अगर दोनों कंपनियों के घाटे को देखा जाए तो अमेजन ने डिस्काउंट स्कीम की वजह से 321 करोड़ का नुकसान हुआ है वहीं फ्लिपकार्ट को 400 करोड़ का नुकसान हुआ है. इस बारे में टैक्स एंड ट्रांजैक्शन अडवाइजरी फर्म नांगिया एंड कंपनी के फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर राकेश नांगिया ने कहा, 'लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर खूब पैसा खर्च किया जा रहा है. इसके साथ भारी डिस्काउंट में भी काफी पैसा जा रहा है. इससे ऑनलाइन रिटेल कंपनियों से कैश आउटफ्लो बढ़ गया है.'

Hindi News from Business News Desk

Business News inextlive from Business News Desk