LUCKNOW: शहर के किनारे पार्क में बसा गांव, पलंग और झोपड़ी के बीच में आम के स्वाद का मजा लेते लोग, नजारा देखकर आपको अपने गांव के आम के सीजन का दृश्य आंखों के सामने नजर आने लगेगा। जनेश्वर पार्क में छोटा सा गांव बसाया गया है जहां पर उत्तर प्रदेश आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस आम फेस्टिवल में लगभग सात सौ से ज्यादा प्रजातियों के आम मौजूद है। शहर में पहली बार हुए आम फेस्टिवल में लोगों ने आम की प्रजातियों के बारे में जाना। उत्तर प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग तथा पर्यटन विभाग द्वारा पहली बार शहर में दो दिवसीय आम महोत्सव किया जा रहा है। आम महोत्सव में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी शिरकत की। 25 व 26 जून को तक चलने वाले इस दो दिवसीय आम महोत्सव में 42 श्रेणियों में आम की विभिन्न प्रजातियों तथा आम के प्रसंस्कृत पदाथरें की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई है। जिसमें आम की 725 प्रजातियों के अलग अलग संस्थाओं विभागों एवं निजी उत्पादकों द्वारा लगभग 3000 से अधिक नमूने प्रदर्शित किए गए हैं।

बिक्री के लिए लगे स्टॉल

केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, उद्यान विभाग के सहारनपुर, बस्ती एवं लखनऊ के मलिहाबाद में स्थापित औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केद्रो तथा प्रगतिशील बागवानों द्वारा अपने संस्थानों बागों में उगाई जाने वाली प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया है। बागवानों द्वारा स्वयं आम की विभिन्न प्रजातियों के पौधे तथा आम बिक्री के लिए कई स्टॉल लगाए गए ।

अम्बिका आम बना राजा

फलों का राजा कहे जाने वाला आम और आम का राजा अम्बिका आम। आम महोत्सव के पहले दिन अम्बिका नाम के आम को प्रथम स्थान मिला। मैंगोफीस्ट नैरोना काकोरी के एससी शुक्ला के द्वारा तैयार की गई इस प्रजाति को पहला स्थान मिला। एससी शुक्ला ने बताया कि ये दिखने में लाल होता है और ये तीन हफ्ते तक खराब नहीं होता इसका टेस्ट और आमों से अलग होता है। खाने में ये आम ज्यादा मीठा नहीं होता है। अम्बिका आम प्रति पीस सौ रुपये बिकता है।

लोगों को भा रहा है हेडेन आम

मैक्सिको आम की प्रजाति हेडेन लोगो को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। इसके अलावा टामीइटकिन, टामी, अरुणिमा, ग्लास, पीताम्बरा, हुस्नआरा, अलफांसो आम भी लोगों के लिए आकर्षक का केंद्र बने हुए है। गुलाबखास आम देखने में गुलाब के रंग का होता है। तो वहीं सबसे भारी आम हाथी झूल भी लोगों को पसंद आ रहा है।

साइकिल व रिक्शा बने सेल्फी प्वाइंट

जनेश्वर पार्क में चल रहे आम महोत्सव में जगह जगह पर सेल्फी प्वाइंट बनाये गये है। जहां पर लोगों ने सेल्फी ली। गांव का दृश्य लोगों को सबसे ज्यादा आकर्षित कर रहा है। इसके अलावा साइकिल व रिक्शा को फूलों से सजाया गया जो लोगों के लिए सेल्फी प्वाइंट बने हुए है। महोत्सव में आये लोग पंडाल के अंदर आमों के साथ सेल्फी लेने की उत्सुकता नजर आई।

किस्सागोई में जाना आम का इतिहास

दो दिवसीय उत्तर प्रदेश आम महोत्सव मे किस्सागो हिमांशु बाजपेई ने लोगों को आम के किस्से सुनाये। शाम को किस्सा गोई में हिमांशु बाजपेई ने शहर से जुड़ी आम की दास्तां को सुनाया जिसको लोगों ने काफी पसंद किया। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। जिन्होंने आम के साथ किस्सागो का भी लुफ्त उठाया।

हर साल होगा आम महोत्सव

आम महोत्सव के उदघाटन पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आयोजित दो दिवसीय ष्उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2016 का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री ने प्रदेश एवं देश के तमाम हिस्सों में उत्पादित आमों की विभिन्न प्रजातियों का अवलोकन किया और कृषकों तथा बागवानों से बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य आम की विभिन्न प्रजातियों से जनमानस को परिचित कराना तथा आम की किस्मों का संवर्धन और संरक्षण करना है। ये महोत्सव अब हर साल होगा। उन्होंने सम्बन्धित विभागों को बधाई देते हुए कहा कि हॉर्टी टूरिज्म को बढ़ावा में ऐसे आयोजन उपयोगी साबित हो सकते हैं। साथ ही इससे जुड़े कारोबारियों तथा निर्यातकों को सीधे उत्पादकों से विचार विमर्श करने का मौका भी मिलेगा। इससे आम को अन्तर्राष्ट्रीय पहचान भी मिलेगी। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री मूलचंद्र चौहान, राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेंद्र चौधरी, मुख्य सचिव आलोक रंजन, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं सूचना नवनीत सहगल, सहित शासन व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहें।