निजी अस्पतालों के साथ चल रहे गठजोड़ का भंडाफोड़ करेगी पुलिस

एसएसपी के निर्देशन में चलाया जाएगा ऑपरेशन

Meerut। मेरठ के मेडिकल हब पर माफियाराज काबिज है। मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद मंडल के जनपदों से आने वाले मरीजों को यहां माफिया चंगुल में फंसाकर उनका आर्थिक उत्पीड़न करते हैं। इस मामले में एसएसपी राजेश कुमार पांडेय का कहना है कि माफिया मरीज को 'पकड़' कहकर बुलाते हैं। गत दिनों आईएमए के साथ बैठक में पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने मेरठ से मेडिकल माफिया को उखाड़ फेंकने के लिए जंबो प्लानिंग की है।

चल रहा गोरखधंधा

एक तरफ वेस्ट यूपी में मेरठ के मेडिकल हब घोषित होने के बाद यहां के मेडिकल कॉलेज और निजी अस्पतालों में मेरठ समेत आसपास मंडलों के तमाम मरीज इलाज कराने आते हैं। दूसरी तरफ मरीजों की बढ़ रही तादात और हॉस्पिटल की भरमार ने मेडिकल माफिया भी पैदा किए हैं। एसएसपी ने खुलासा किया कि छोटे जनपदों से आ रहे मरीजों का 'सौदा' कर एंबुलेंस उन्हें मेरठ के तय अस्पताल तक लाती है और अपना कमीशन लेकर वापस चली जाती है। खोजबीन में निकलकर आया कि ज्यादातर अवैध रूप से चल रहे अस्पताल इस गोरखधंधे में लिप्त हैं।

बिना डॉक्टर खुले अस्पताल

एसएसपी की छानबीन में निकलकर आया कि मेरठ में ऐसे सैंकड़ों अस्पताल हैं, जो बिना डॉक्टर के संचालित हो रहे हैं। इन अवैध अस्तपालों में अप्रशिक्षित स्टाफ काम कर रहा है। साथ ही ऑपरेशन के लिए भी बाहर से डॉक्टर्स को बुलाया जा रहा है। इस संबंध में एसएसपी ने जब आईएमए से बात की तो डॉक्टर्स ने कहा कि 'वे बुलावे पर अस्पतालों में जाकर मरीज का इलाज करते हैं। अस्पताल मरीजों से इस बाबत क्या चार्ज कर रहा है, हमें जानकारी नहीं है.'

विभाग करेगा छापेमारी

सीएमओ डॉ। राजकुमार ने साफ कर दिया कि मेडिकल माफिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट ने कमर कस ली है। अवैध संचालन और भ्रूण लिंग परीक्षण में गत दिनों 23 अल्ट्रासाउंड सेंटर्स के साथ एक अस्पताल को भी बंद कराया गया था। वहीं बड़े पैमाने पर बिना रजिस्ट्रेशन संचालित हो रहे अवैध अस्पतालों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाकर इन्हें भी बंद कराया जाएगा।

आरटीओ को बड़ी जिम्मेदारी

एसएसपी ने बताया कि विभिन्न मंडल के जनपदों से आ रहीं एंबुलेंस की जानकारी जुटाने का बड़ा जिम्मा आरटीओ को दिया गया है। मेरठ आने वाले सभी रास्तों के अलावा टोल टैक्स से गुजरने वाली ंबुलेंस का रिकार्ड पुलिस और आरटीो जुटाएगी। इस रिकार्ड से असली और फर्जी एंबुलेंस की पड़ताल की जा सकेगी। आरटीओ के साथ मिलकर पुलिस जल्द ही अवैध एंबुलेंस के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाने वाली है।

आसपास जनपदों से सैंकड़ों मरीज रोजाना मेरठ आते हैं। यहां मरीजों का जमकर आर्थिक उत्पीड़न हो रहा है। विभिन्न विभागों के साथ तालमेल कर अवैध गतिविधियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

राजेश कुमार पांडेय, एसएसपी