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PATNA (10 Dec): सरकार की तमाम योजनाओं के बावजूद समाज में व्याप्त कुपोषण को जड़ से खत्म करने के लिए अमेरिका से आए जुबैन ने नुक्क्कड़ नाटक के माध्यम से न सिर्फ कुपोषण के प्रति लोगों को जागरुक कर रहे हैं बल्कि नाटक के माध्यम से थिएटर के प्रति युवाओं में रुझान बढ़ा रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से अमेरिकी नागरिक जुबैन ने अपनी दिल की बात कही। उन्होंने बताया कि उनका एक ही लक्ष्य है कुपोषण को जड़ समाप्त करना और थिएटर के माध्यम से युवाओं को अपने पैर पर खड़ा करना। स्पेशल स्टोरी में पढि़ए अब तक कितने जिलों में कर चुके हैं लोगों को जागरुक।

बिहार की धरती से की शुरुआत

प्रोजेक्ट प्रोटेंशियल संस्था के बैनर तले बिहार के युवाओं में कुपोषण के प्रति जागरुक करने के लिए जुबैन नुक्कड़ नाटक को माध्यम बनाया। पटना, पूर्णिया, कटिहार, सुपौल और किशनगंज के ग्रामीण युवाओं के बीच जाकर टीम निर्माण किया। फिर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कुपोषण के प्रति लोगों को अवेयर किया। जुबैन बताते हैं कि बचपन में दादी ने बिहार के बारे में बताया था। यूनिवर्सिटी की पढ़ाई के समय ही इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरुक करने का संकल्प लिया। इसके लिए हमने बिहार की धरती को चुना। आने वाले समय में भारत के विभिन्न राज्यों में जाकर लोगों को जानकारी देकर कुपोषण को मिटाना ही लक्ष्य है।

हर गांव, पंचायत और ब्लॉक में होगा थिएटर क्लब

लोगों को अवेयर करने के लिए जुबैन ने अब तक 250 लोगों को प्रशिक्षित किया है। प्रशिक्षित युवा बिहार के गांव, पंचायत, ?लॉक में जाकर अर्थ कला मंच निर्माण करते हैं। मंचन के माध्यम से युवाओं को दो दिनोंकी ट्रेनिंग दी जाती है। फिर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कुपोषण से होने वाली समस्या को लोगों को बताते हैं। जुबैन बताते हैं कि नाट्य कला में प्रशिक्षित होने वाले युवा इस विद्या से न सिर्फ अपना जीवकोपार्जन करने में सक्षम होंगे बल्कि हर गांव में एक क्लब की स्थापना करेंगे जिससे आने वाली पीढ़ी को नाट्य कला में प्रशिक्षित कर लोगों को कुपोषण के बारे में बताएंगे।

लाखों के पैकेज पर मिल सकती थी नौकरी

अमेरिका के फ्लेडिया सिटी स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पैथसलवेनिया से स्नातक करने वाले जुबैन ने बताया कि मेरी क्लास में पढ़ने वाले सहपाठी 50 से 60 हजार के पैकेज पर कंपनियों ने कैंपस सलेक्शन किया मगर हमें पैसे से ज्यादा बीमारी पर ध्यान था । इसलिए नौकरी करने का ख्याल दिमाग से हटा लिया। बिहार की धरती पर आकर लोगों को अवेयर करने लगा हूं।