‘खेल’ चल रहा है

 आरटीओ ऑफिस में चल रहे दलालों के ‘खेल’ से तो आई नेक्स्ट आपको रूबरू करा चुका है। अब हम आपको एक दूसरे अहम ऑफिस के बारे में बताने जा रहे हैैं जो आरटीओ ऑफिस की राह पर चल पड़ा हैपासपोर्ट सेवा केंद्र में भी  ‘खेल’ चल रहा है। पिछले कुछ दिनों से आई नेक्स्ट रीडर लगातार इस बात की शिकायत कर रहे थे कि पासपोर्ट बनवाने के लिए उनको काफी परेशान होना पड़ता है फिर भी काम नहीं होता है। एजेंट्स को मनमाने पैसे दो तभी काम होता है। लोगों की तमाम शिकायतों के बाद वेडनेसडे को आई नेक्स्ट की टीम ने रीडर्स की शिकायत पर पासपोर्ट सेवा केंद्र जाकर इंवेस्टिगेशन की। तब मालूम चला कि क्यों लोगों को हर बार किसी न किसी वजह से वापस कर दिया जाता है। तो चलिए आपको बताते हैं पीएसके के इम्प्लाईज और एजेंट्स की इस सांठगांठ को।

टाइम: दोपहर 1 बजे

प्लेस- पासपोर्ट सेवा केंद्र के बाहर स्थित कैंपस

पीएसके कैंपस में स्टैंड पर खड़ी बाइक्स में बैठे कई लोग आपस में बात कर रहे थे। वो कह रहे थे कि यार आज काम मंदा चल रहा है। रिपोर्टर उनके पास पहुंचा और बोला, यार क्या हाल-चाल है। एक बाइक पर सवार एक युवक बोला, अरे यार तुम कौन? रिपोर्टर बोला, दोस्त परेशान मत हो। मैं कोई जासूस नहीं हूं। मुझको भी पासपोर्ट बनवाना है। यहां के चक्कर लगाकर परेशान हो चुका हूं। तुम अंदर किसी को जानते हो। मेरी कोई मदद करोगे। इतना सुनते ही वो बोला, अरे यार कोई बात नहीं, मैं हूं ना। रिपोर्टर ये सुनकर समझ गया कि ये एजेंट है। बस फिर क्या था उस एजेंट ने रिपोर्टर से कहा कि कहा कि नाम गलत हो, बर्थ डेट में कुछ ऊपर-नीचे हो या फिर साइन में प्रॉब्लम हो तो सब हो जाएगा। रिपोर्टर ने कहा कि अरे यार मैं जब आता हूं। कोई न कोई गड़बड़ी बताकर वापस कर दिया जाता है।

छोड़ो यार मैंने कह दिया न

रिपोर्टर कस्टमर बनकर एजेंट से बात कर रहा था कि तभी दूसरा अप्लीकेंट (रिजेक्ट किया गया) घूमते हुए उसके पास आ गया। एजेंट रिपोर्टर को छोडक़र बोला, क्या काम है? वो बोला, यार फॉर्म रिजेक्ट कर दिया गया है। एजेंट बोला, क्या कमी बता रहे हैं ऑफिसर्स। मेरे डॉक्यूमेंट्स पूरे हैं फिर कोई न कोई झूठी गलती बताकर वापस कर देते हैं। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें? एजेंट बोला, अरे चाचा परेशान न हो, ऑफिसर्स को छोड़ो में बैठा हूं, समझ लो काम हो गया। एजेंट्स ने अपना फोन निकाला कोई नंबर मिलाया और दो मिनट कुछ कदम दूरी पर खड़े होकर बात की और बोला, वेट करो आपका काम हो चुटकी में हो जाएगा।

‘एक हजार रुपए अलग से पड़ेंगे’

इतना सुनकर उसके चेहरे पर खुशी छलकने लगी। एजेंट्स ने उनसे कहा, चाचा परेशान न हो काम पक्का हो जाएगा। लेकिन 1000 रुपए एक्स्ट्रा पड़ेंगे। वो बोला, बेटा ज्यादा नहीं हैं। एजेंट्स ने कहा, समझा करो चाचा अंदर भी देना पड़ता है तभी तो काम होता है। अगर नहीं देंगे तो आपकी तरह हम भी चक्कर लगाते रहेंगे। अप्लीकेंट्स ने न चाहते हुए भी कहा, कराओ बेटा आज काम तो कराना ही है, नहीं तो दोबारा फिर दौड़-भाग करनी पड़ेगी।

समय पर आओ सब काम होगा

उरई से आए कृष्ण कुमार मर्चेंट नेवी में जॉब करते हैं। पासपोर्ट ऑफिस में वो एक किनारे खड़े थे। रिपोर्टर ने उसने पूछा कि क्या आपको भी कोई प्रॉब्लम है। वो बोले, पासपोर्ट लगाना है तभी प्रमोशन होगा। ट्यूजडे को पीएसके में  अप्वाइंटमेंट था लेकिन बर्थ सर्टिफिकेट का ओरिजनल डॉक्यूमेंट न होने की वजह से ऑफिसर्स ने फॉर्म रिजेक्ट कर दिया। ऑफिसर्स ने उससे कहा कि ओरिजनल लेकर आओ। पासपोर्ट की वजह से प्रमोशन न लटक जाए इसलिए एक एजेंट्स से संपर्क किया। एजेंट ने कहा कि काम तो हो जाएगा कोई ओरिजनल डॉक्यूमेंट की जरूरत नहीं पर आज वो ऑफिसर्स टाइम से पहले निकल गए हैं। कल समय पर आओ तुम्हारा काम चुटकी बजाते ही हो जाएगा। कृष्ण कुमार का कहना है कि आज कल सभी बर्थ सर्टिफिकेट ऑनलाइन हैं फिर भी ऑफिसर्स चेक नहीं कर रहे और बिना मतलब मुझे वापस कर दिया। परेशान होकर दलाल के पास जाना पड़ा।

बाहरी अप्लीकेंट्स बन रहे ‘मुर्गा’

सिटी पीएसके से 17 जिले जुड़े हुए हैं। जिनके अप्लीकेंट्स को अप्वांटमेंट के लिए सिटी आना पड़ता है। इन अप्लीकेंट्स को डॉक्यूमेंट्स चेक कराने सिटी आना पड़ता है। बार-बार ऑफिसर्स उनको किसी न किसी गड़बड़ी की वजह से वापस कर देते हैं। अप-डाउन कर परेशान हो रहे एैसे लोग आसानी से एजेंट्स के चक्कर में आ जाते हैं। नाम न छापने के एवज में एक एजेंट ने बताया कि कई ऑफिसर्स सीधे कांटैक्ट में रहते हैं, जो रिजेक्ट किए हुए लोगों की शिनाख्त तक एजेंट्स को बता देते हैं। और एजेंट्स उन्हें जाल में फांस लेते हैं।

इन सिटीज के लोग आते हैं यहां

इलाहाबाद, फतेहपुर, कौशाम्बी, ईटावा, रमाबाई नगर, फर्रूखाबाद, औरैया, कन्नौज, प्रतापगढ़, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, झांसी, जालौन, ललितपुर।

एक नजर

-एक दिन में आते हैं करीब 500 अप्लीकेंट्स।

-45 दिन वर्किंग डेज में पासपोर्ट बन जाना चाहिए।

-फस्र्ट टाइम करीब 40 परसेंट फॉर्म

रिजेक्ट हो जाते हैं।

फॉर योर इनफॉर्मेशन

- अगर पीएसके का कोई इम्प्लॉई आपका फार्म रिजेक्ट कर देता है तो सीधे एपीओ से मिलें।

- अप्वाइंटमेंट के लिए शाम 4 से 5 बजे के बीच वेबसाइट पर क्लिक करें।

- बेवसाइट पर ही सारी इनफॉर्मेशन दी गई है। जिसको पढऩे के बाद ही फॉर्म भरें।