GORAKHPUR: देश के प्रधानमंत्री संवेदनहीन और अहंकारी हैं। उन्हें किसी की फिक्र नहीं है। अहंकार भी उनमें भरा है। यही वजह है कि वह किसी की सुनते नहीं हैं, सिर्फ अपनी बात रखना चाहते हैं। अगर कोई उनके सवाल पूछता है तो वह भड़क जाते हैं। यह बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने प्रेस से रूबरू होते हुए कही।

उन्होंने कहा कि मोदी जी जब भी मुंह खोलते हैं उनके मुंह से कड़वी बात ही निकलती है। लोगों से अच्छे दिनों का वादा किया था, खासतौर पर किसानों को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बताई थी, लेकिन जब उनकी सरकार आई तो वह किसानों को ही भूल गए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जहां पहले देश में उगाए गेहूं और चावल का इस्तेमाल किया जाता था, वहीं उन्होंने इंपोर्ट ड्यूटी हटाकर किसानों के पेट पर लात मार दी और कांग्रेस के लगाए एक्सपोर्ट ड्यूटी को पहले 25 से कम कर 15 परसेंट किया और अब यह पूरी तरह से हटा दिया। इससे बाहर के देशों को अपने वहां उगाए चावल और गेहूं को यहां बेचने का मौका मिल गया।

उन्होंने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम ने देशवासियों को कई ख्वाब और सब्जबाग दिखाकर सत्ता हासिल की है। मगर सरकार बनते ही वह अपने वादों को भूल गए। सरकार को बने 35 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब तक हर साल दो करोड़ रोजगार देना तो दूर वह तीन साल में डेढ़ लाख लोगों को ही रोजगार दे सके हैं।