इससे पहले, आंध्र के छह मंत्रियों और कई विधायकों ने कल ही इस्तीफ़ा दे दिया था.

लोक सभा में मंगलवार को भारी विरोध और शोर-शराबे के बीच तेलंगाना विधेयक पारित किया था जबकि राज्य सभा में इस विधेयक को आज पेश किया जाएगा. मंगलवार को जब इस विधेयक पर मतदान हो रहा था उस वक्त सदन की कार्यवाही का प्रसारण भी रोक दिया गया था.

लोकसभा में तेलंगाना विधेयक के पारित होने के बाद ही आंध्र प्रदेश के सीमांध्र इलाके में इसके विरोध की आग भड़क गई. मंगलवार रात से ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए.

बंद

तेलुगु देशम पार्टी और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी समेत कई राजनीतिक दलों ने सीमांध्र के तेरह ज़िलों में बंद का आह्वान किया है. कई छात्र संगठनों ने बुधवार से दो दिनों के बंद का आह्वान किया है. सीमांध्र के सभी ज़िलों के शिक्षण संस्थानों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है.

सीमांध्र के सभी ज़िलों में रात से ही लोगों ने कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी के खिलाफ प्रदर्शन किया और जगह-जगह सोनिया गांधी के पुतले जलाए गए.

इसके अलावा राज्य में यातायात भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. आशंका जताई जा रही है कि बंद के दौरान यातायात की स्थिति और बिगड़ सकती है. राज्य परिवहन की हज़ारों बसें नहीं चल रही हैं और वो डिपो में ही खड़ी हैं.

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