-ह्यूमन राइट कमीशन के निर्देश पर शुरू हुई तैयारी

-बहेड़ी में कुत्ते के काटने से बच्चे की मौत की हुई थी शिकायत

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ: कुत्तों के हमले से बच्चों को बचाने के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम चलाया जाएगा। बहेड़ी में कुत्ते के काटने से बच्चे की मौत के मामले को मानवाधिकार आयोग ने गंभीरता से लिया है। मानवाधिकार आयोग ने जिला प्रशासन को इसके इंतजाम के निर्देश दिए थे। अब मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने आवारा कुत्तों के वैक्सीनेशन का भी प्लान तैयार किया है।

ढाई वर्ष पहले हुई थी बच्चे की मौत

दिल्ली की एक संस्था ने बहेड़ी के सकलैनी मोहल्ले में 18 अप्रैल 2016 को 5 वर्षीय बच्चे आमिर की कुत्तों के हमले से मौत के मामले की शिकायत मानवाधिकार आयोग से की थी। इसके बाद नगर निगम बरेली से जवाब मांगा गया था लेकिन घटना बहेड़ी की बताकर रिपोर्ट भेज दी गई थी। इसके बाद मानवाधिकार आयोग ने डीएम बरेली को मामले में कार्रवाई कर 6 सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है।

पालतू कुत्तों का हो चिह्नीकरण

प्रभारी अधिकारी आयोग शिकायत एसीएम सेकेंड ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को मामले में जल्द रिपोर्ट भेजने के लिए लिखा था। इसके जवाब में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ। बीधा सिंह ने लिखा है कि लखनऊ, कानपुर नगर निगम में प्रति नियुक्त पर पशु चिकित्सक रखे गए हैं, इसी तरह बरेली नगर निगम में पशु चिकित्सकों को अटैच किया जाए। आवारा कुत्तों की समस्या से निजात पाने के लिए यह जरूरी होगा कि एक या दो पशु चिकित्सक प्रतिनियुक्ति पर रखे जाएं। इन पशु चिकित्सकों के जरिए पालतू कुत्तों का भी चिन्हीकरण किया जा सकेगा। इसके अलावा एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम चलाने से भी इस समस्या से निजात मिल सकती है।