-पार्क को कॉलोनी के लोगों ने ही बना दिया डलावघर

-गंदगी देख पार्क में बच्चे नहीं करते हैं एंट्री

BAREILLY :

शहर की कॉलोनियों में पार्क तो हैं, लेकिन देखरेख न होने के कारण पार्क बदहाल हैं। कहीं छुट्टा जानवरों ने पार्क में अड्डा बना रखा है तो किसी पार्क को स्थानीय लोगों ने ही कू्ड़ा डालकर डलावघर बना दिया है। ऐसे में कॉलोनी के बच्चे पार्को में खेलने नहीं जाते हैं। कई पार्क तो ऐसे हैं, जहां छुट्टा जानवर, जैसे सांड, गाय, घोड़ा और कुत्तों का आतंक है। इसके कारण पार्क में बच्चे खेलने के लिए ही नहीं जा पाते हैं। कुछ पार्क ऐसे भी हैं जिन्हें कॉलोनी के निवासियों ने ही डलावघर बना दिया है। वह अपने घरों का कूड़ा-कचरा पार्क में डाल देते हैं। इससे बच्चों को खेलने के लिए जगह ही नहीं मिलती है। परेशान बच्चे घर में मोबाइल और टीवी देखकर देखकर समय काटते हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने शहर के पार्को को बचाने का कैंपेन शुरू किया है। इसमें राजेन्द्र नगर के आचार्य नरेन्द्र देव पार्क और जनकपुरी के रानी लक्ष्मीबाई पार्क की कहानी बता रहे हैं

आचार्य नरेन्द्र देव पार्क-राजेन्द्रनगर

-पार्क में पोल पर दो लाइट पहले की लगी हैं और 23 लाइट एलईडी लाइट नई लगाई गई थी, लेकिन सभी लाइट खराब हैं

-मेन एंट्री गेट एक साल पहले टूट गया, जिसे एक किनारे रख दिया गया, नहीं हुआ ठीक

-पार्क में छुट्टा जानवरों का आतंक, पार्क में खेलने वाले बच्चों पर अक्सर कर देते हैं हमला, इससे बच्चे खेलने के लिए नहीं आते हैं

-कई लोग सांड के हमले से घायल हो चुके हैं, लोग अकेले घरों के बाहर निकलने से भी डरते हैं

-पार्क में ग्रीनरी भी पानी न लगने से हो रही खराब

-ग्रीनरी को ठीक करने के लिए नहीं आता है कोई माली

-कुत्तों ने पार्क में कर रखी है गंदगी इसीलिए आती है दुर्गंध

-बच्चों को खेलने के लिए सिर्फ दो ही झूले लगे हैं

-पार्क के एक कॉर्नर पर बिजली का ट्रांसफार्मर लगा है उसकी भी बाउंड्री और बैरिकेडिंग तक नहीं की गई है। इससे करंट लगने डर लगा रहता है

रानी लक्ष्मी बाई पार्क-विवेक विहार जनकपुरी

-पार्क को स्थानीय निवासियों ने बना दिया दिया डलावघर, घर से कूड़ा निकालकर पार्क में फेंकते हैं, घर के कांच के बर्तन आदि को भी फेंका

-पार्क के झूले के नाम पर सिर्फ दो झूले हैं

-गंदगी के चलते बच्चे पार्क में नहीं आते हैं खेलने के लिए

-पार्क में माली नहीं आता है, इससे सूख रही ग्रीनरी

-पार्क में बनी बैंच को भी खुराफातियों ने तोड़ दिया

-पार्क में दर्जनभर लाइट लेकिन सिर्फ दो ही लाइटें ठीक हैं

-पार्क में रात को अंधेरा होने से आसपास के निवासियों को भी लगता है डर

-पार्क में लगे इंडिया मार्का हैंडपंप भी खराब, पानी तक की नहीं व्यवस्था

-पार्क में टूटा पड़ा पेड़ अभी तक नहीं हटाया गया

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-कॉलोनी में पार्क तो हैं लेकिन इसमें खेलने के लिए मौका ही नहीं मिलता है। पार्क में कुत्ते गंदगी फैला देते हैं और सफाई कर्मचारी पार्क को साफ करने के लिए आता नहीं है। इसीलिए पार्क बदहाल होता जा रहा।

अशोक, स्टूडेंट

कॉलोनी के पार्क में रातभर अंधेरा रहता है। पार्क में दर्जनों लाइट लगी है। लेकिन जलती एक भी नहीं है। इससे पार्क के आसपास रहने वालों को भी डर लगता है। क्योंकि एक छुट्टा सांड कई लोगों पर हमला कर चुका और कुत्तो को भी आंतक है।

मनु, स्टूडेंट

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स्कूल से आने के बाद बच्चे घर में बैठकर समय नहीं काट पाते हैं। पार्क में जानवर घूमते रहते हैं इसीलिए बच्चे रोड पर ही खेलते हैं। जब तक बच्चे खेलते हैं तब तक बाहर ही बैठना पड़ता है, क्योंकि कॉलोनी में सांडों को भी आतंक है। बच्चे घर से बाहर न निककं तो मोबाइल पर गेम ख्ोलते हैं।

शोएब, पेरेंट

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पार्क की सफाई और लाइट ठीक कराने के लिए नगर निगम को पत्र लिखा है। जल्द ही पार्क ठीक करा दिया जाएगा। पार्क की समय-समय पर सफाई कराई जाती है। अब पार्क में गदंगी हो गई है तो उसे फिर से साफ करा दिया जाएगा।

आरेन्द्र अरोरा कुक्की, पार्षद वार्ड-50 जनकपुरी

-पार्को को ठीक कराने के लिए काम शुरू कराया जाएगा। पार्को में लाइट लगाई गई, लेकिन खुराफातियों ने उन्हें भी तोड़ दिया। अब उन्हें दोबारा ठीक कराया जाएगा। सफाई और ग्रीनरी भी ठीक करा दी जाएगी।

राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त