मूसलाधार बारिश के बीच हजारों लोग अन्ना के समर्थन में दिल्ली  की सड़कों पर भीगते हुए रामलीला मैदान पहुंच रहे हैं. अन्ना ने रामलीला मैदान में उनका इंतजार कर रहे हजारों लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुई लड़ाई की मशाल को बुझने न देना.  अब देश को भ्रष्टाचार के चुंगल से पूरी तरह आजाद करवाना है. इससे पहले प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर मंगलवार से अनशन पर बैठे अन्ना हजारे आज तीन दिन बाद तिहाड़ जेल से बाहर निकले और अपने तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार हजारों लोगों के हुजूम के साथ रामलीला मैदान की ओर निकल पड़े.

तिहाड़ से रामलीला मैदान तक,अन्ना ही अन्ना

रिमझिम बारिश और तेज हवाओं के बीच दिल्लीवासी अन्ना के समर्थन में उनके साथ उनकी यात्रा के गवाह बनते हुए रामलीला मैदान पहुंच रहे हैं. अन्ना हजारे सुबह करीब 11.45 बजे तिहाड़ जेल से बाहर आ गए. यहां से वे रामलीला मैदान जाकर अनशन जारी रखेंगे. मंगलवार से अनशन पर बैठे अन्ना ने तिहाड़ के बाहर समर्थकों को सम्बोधित करते हुए पहले ‘भारत माता’ और ‘वंदेमातरम’ के नारे लगाए.

उन्होंने कहा कि 1947 में मिली आजादी के लिए 1942 में आंदोलन शुरू हुआ था और अब 16 अगस्त से दूसरी आजादी की लड़ाई शुरू हो गई हैं, जिसे आपको अंजाम तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि अन्ना रहे या न रहे, लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ यह मशाल जलती रहनी चाहिए.

तिहाड़ से रामलीला मैदान तक,अन्ना ही अन्ना

अन्ना ने लोगों से आह्वान भी किया कि वे राष्ट्रीय सम्पत्ति का नुकसान न करें. अन्ना के प्रमुख सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार सुबह संवाददातओं से कहा, "अन्ना 11 बजे तिहाड़ जेल से रामलीला मैदान के लिए निकलेंगे। पुलिस ने उनको राजघाट और रामलीला मैदान ले जाने के लिए मार्ग तय कर लिया है. वे बिल्कुल स्वस्थ हैं." केजरीवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वरुण गांधी संसद में लोकपाल बिल रख रहे हैं तो उन्हें खुशी है.

उन्होंने बताया कि इससे पहले भी लोकपाल बिल को ‘प्राइवेट मेंबर बिल’ के तौर पर दो बार पेश किया जा चुका है. वरुण गांधी पेश कर रहे हैं, अच्छी बात है. एक सवाल के जवाब में केजरीवाल ने कहा कि अन्ना का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है और अन्ना को जबरन अस्पताल ले जाना ठीक नहीं होगा। यह सवाल अन्ना पर छोड़ देना चाहिए.

तिहाड़ से रामलीला मैदान तक,अन्ना ही अन्ना

अन्ना की मर्जी के बगैर उन्हें अस्पताल ले जाना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ज्यूडिशियल अकाउंटिबिलिटी बिल को जनता की मदद से लाती है, तो हमें मंजूर है. अगर आप अपनी मर्जी से लाते हैं तो वह हमें मंजूर नहीं है. केजरीवाल ने कहा कि इस आंदोलन के दौरान किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता को अन्ना के मंच पर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। हां, यदि कोई हमारे समर्थन में आता है तो उसका स्वागत है.

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