गंगागुरुकुलम में किया गया एनुअल फंक्शन का आयोजन

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियों से बांधा समां

ALLAHABAD: गंगागुरुकुलम् स्कूल में सोमवार को वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान स्टूडेंट्स ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रमों को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध था। स्टूडेंट्स ने कला और संगीत की विविध कलाओं को मंच पर लोगों के सामने प्रदर्शित किया।

संस्कृति से परिचित होते हैं बच्चे

वार्षिकोत्सव की शुरुआत चीफ गेस्ट मंडल रेल प्रबंधक इलाहाबाद संजय कुमार पंकज द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। प्रिंसिपल अल्पना डे ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि उत्सवधर्मिता से भरा जीवन हमारी उपलब्धियों का परिचायक है। वर्ष दर वर्ष गंगागुरुकुलम् के स्टूडेंट्स द्वारा नित नई ऊंचाईयों को स्पर्श करते हुए देखना अत्यन्त सुखद है। चीफ गेस्ट संजय कुमार ने कहा कि निश्चित रूप से विद्यालय में हो रही इन सांस्कृतिक गतिविधियों से छात्र अपनी उस विरासत से परिचित होते हैं जो उन्हें न केवल समृद्ध करती है, बल्कि उनके भीतर एक राष्ट्रीय चेतना विकसित करते हुए उन्हें कर्तव्यनिष्ठ भी बनाती है। उन्होंने कहा कि ये बच्चे ही हैं जो इस राष्ट्र को अपनी कोशिशों व साम‌र्थ्य के द्वारा आगे लें जाएंगे।

प्रस्तुतियों पर बजीं तालियां

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान स्टूडेंट्स की प्रस्तुतियों पर दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया। शुरुआत गणेश वंदना से हुई। इसके बाद स्टूडेंट्स ने डांस, कविता पाठ सहित हिन्दी नाटक हम हैं राही प्यार के, अंग्रेजी में नाटक हार्वेस्ट ऑफ होप और अंग्रेजी गीत की शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की सचिव डॉ। कृष्णा गुप्ता ने कहा कि अपनी परम्परा एंव मूल्यों को जानना एक प्रगतिशील जीवन की तरफ बढ़ना है। विद्या मंदिर समिति के सदस्य डीपी बगरोडिया एवं कनक बगरोडिया ने लोकमणिलाल के जीवन दृष्टि पर प्रकाश डाला। समिति के सदस्य यशोवर्धन, रेखा, कोषाध्यक्ष रवीन्द्र गुप्ता, निदेशक मधुकर गुणे, एमपीवीएम की प्रिंसिपल सुष्मिता कानूनगो, पतंजलि ऋषिकुलम् की प्रिंसिपल मोनिका दत्त, पंतजलि नर्सरी स्कूल की प्रिंसिपल किरन कोचर सजित अन्य स्कूलों के प्रिंसिपल व टीचर्स मौजूद रहे। आखिर में प्रधानाध्यापक माधुरी श्रीवास्तव ने धन्यवाद प्रस्तुत किया।