- इस बार आलमबाग बस अड्डे पर होगी इंवेस्टर्स समिट

- पीपीपी मॉडल पर बनने वाले बस अड्डों के लिए निवेशक देखेंगे आलमबाग बस अड्डा

- 21 बस अड्डों का निर्माण पूरे प्रदेश में होना है।

- 02 बस अड्डे आलमबाग बस अड्डे की तर्ज पर निर्माण की उम्मीद

LUCKNOW:

राजधानी में इंवेस्टर्स को लुभाने के लिए जल्द ही एक और इंवेस्टर्स समिट होगी, लेकिन इस बार यह समिट आलमबाग बस स्टेशन पर आयोजित की जाएगी। प्रदेश में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर बनाए जाने वाले बस अड्डों के लिए इसका आयोजन किया जाएगा। परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार इस योजना के लिए जल्द ही एक कंसल्टेंट नियुक्त किया जाएगा। इसके बाद देश भर के डेवलपर्स को बुलाया जाएगा।

विदेशी भी करते हैं तारीफ

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस आलमबाग बस स्टेशन को पीपीपी मॉडल पर तैयार किया गया है। इस बस अड्डे की खूबसूरती और यहां उपलब्ध सुविधाओं की तारीफ विदेशी भी कर रहे हैं। परिहवन निगम के अधिकारियों के अनुसार विभाग की वेबसाइट पर पड़ी आलमबाग बस अड्डे की तस्वीरों को विदेशियों के खूब लाइक्स मिल रहे हैं। इसी के चलते परिवहन निगम के अधिकारियों ने यह फैसला लिया है कि प्रदेश में जिन जगहों पर भी अब बस अड्डे बनाए जाने हैं, वह पीपीपी मॉडल पर बनेंगे।

एक जैसी ही सुविधाएं

साथ ही सभी बस अड्डों पर उन सुविधाओं को शामिल किया जाएगा, जो आलमबाग बस स्टेशन पर उपलब्ध हैं। प्रदेश में सीएम के क्षेत्र गोरखपुर के साथ ही लखनऊ का गोमती नगर, चारबाग, आगरा, इलाहाबाद, कानपुर (झकरकटी), बरेली, गाजियाबाद, कौशाम्बी समेत विभिन्न जिलों में 21 बस अड्डों का निर्माण होना है।

डेवलपर्स को न्योता

ऐसे में इनके लिए देश भर में डेवलपर्स को न्योता भेजा जाएगा। कई बड़े नामचीन डेवलपर्स इसमें हिस्सा लेंगे। इसके बाद इन बस अड्डों के निर्माण के लिए के लिए ऑनलाइन टेंडर खोले जाएंगे। परिवहन निगम की कोशिश है कि अगले साल 2019 तक आलमबाग की तरह कम से कम दो अन्य बस अड्डे तैयार कर लिए जाए।

डेवलपर्स के लिए प्रोग्राम बस अड्डे पर रखा जाएगा। जहां वह देख सकेंगे कि भविष्य में बनने वाली बस अड्डे किस तरह के होंगे। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस आलमबाग बस अड्डे की तर्ज पर ही पीपीपी मॉडल पर बस अड्डों का निर्माण किया जाना है।

- पी गुरु प्रसाद, एमडी, परिवहन निगम