- टॉप 50 में राजधानी की चार छात्राएं शामिल

- लखिमपुर की अंशिका को मिली 13वीं रैंक

- राजधानी की आस्था मिश्रा को मिली 14वीं रैंक

LUCKNOW: द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेट्री ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) ने सीएस फाउंडेशन का रिजल्ट बुधवार को घोषित कर दिया। राजधानी में इस बार चार पार्टिसिपेंट्स ने ऑल इंडिया रैंक हासिल की है। लखनऊ ब्रांच की अंशिका ने ऑल इंडिया 13वीं रैंक हासिल किया है, अंशिका को कुल 85.50 प्रतिशत मा‌र्क्स मिले हैं। वहीं राजधानी की आस्था मिश्रा को 85 प्रतिशत मा‌र्क्स के साथ 14वीं रैक, स्वेता मेहरोत्रा को 84.50 प्रतिशत मॉ‌र्क्स के साथ 15वीं रैंक और मानसी श्रीवास्तव ने 80.50 प्रतिशत रैंक के साथ 23वीं रैंक प्राप्त की है।

112 स्टूडेंट्स ने क्लियर िकया एग्जाम

आईसीएसआई लखनऊचैप्टर की चेयरमैन सीएस गितिका केसवानी ने बताया कि यह रिजल्ट सर्वक्षेष्ठ हैं। पिछले साल के मुकाबले इस साल का सक्सेस रेट 4 फीसदी सुधरा है। उन्होंने बताया कि इस बार फाउंडेशन कोर्स के लिए लखनऊ ब्रांच से 229 स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया था। जिसमें से 112 स्टूडेंट्स इस एग्जाम को पास करने में सफल रहे है। सीएस अनुज तिवारी ने बताया कि ब्रांच ने ओटीसी ओरल ट्यूशन क्लास शुरू किया था। जिसने स्टूडेंट्स को काफी हेल्प किया।

सीएस का पहला ग्रुप किया पार

सीएस अनुज तिवारी ने बताया कि सीएस एग्जाम का पहला ग्रुप है, जिसे फाउडेंशन कहते है। इंटरमीडिएट करने के बाद स्टूडेंट्स इस एग्जाम को दे सकते है। इसके बाद वह दूसरे ग्रुप एक्जीयूटीव ग्रुप के लिए क्वालीफाइ कर गए है। इस ग्रुप को क्लीयर करने के बाद स्टूडेंट्स प्रोफेशनल ग्रुप में जाते है। अगर कोई कैंडीडेट इन तीनों ग्रुप को पास कर लेता है तो वह सीएस बन जाता है। उन्होंने बताया कि इस ग्रेजुएशन करने के बाद स्टूडेंट्स सीधे एक्जीयूटीव ग्रुप में एंट्री पा सकते है। फाउंडेशन प्रोग्राम क्लियर करने वाले स्टूडेंट्स को एक्जिक्यूटिव कोर्स में एडमिशन मिलेगा। इस परीक्षा को क्लियर करने के साथ ही स्टूडेंट्स कंपनी सेक्रेटरी की ट्रेनिंग के लिए भी योग्य हो जाएंगे।

टॉपर्स से बातचीत

पहले दिन से की गई तैयारी ने एग्जाम के वक्त काफी सहायता की। मैंने साप्ताहिक लक्ष्य तय कर रखा था। उसे हासिल करने के लिए जी तोड़ मेहनत करती थी।

- अंशिका वाजपेयी, 13वीं रैंक

एग्जाम के लिए एक तय पैटर्न के माध्यम से तैयारी कर रही थी। इसी का फायदा मुझे मिला, जो टॉपिक समझ नहीं आता था उसे पूरी फोकस के साथ तैयार किया ताकि एग्जाम में प्रॉब्लम न हों।

- आस्था मिश्रा, 14वीं रैंक

इंटर से सीएस में करियर बनाने के लिए तैयारी शुरू कर दिया था। मै तैयारी के लिए एक निधार्रित पैटर्न का फालो करती हूं। इसे ही आगे बरकरार रखना है। ताकि आगे कोई प्रॉब्लम न हो।

- स्वेता मेहरोत्रा, 15वीं रैंक

पहले दिन से तैयारी शुरू कर दी थी। एक तय पैटर्न के हिसाब से अपनी तैयारियों को पुख्ता किया था। उसी के हिसाब से तैयारियां करती आ रहीं हूं।

मानसी श्रीवास्तव, 23वीं रैंक