त्योहारों को लेकर बढ़ने लगी राजधानी में शराब तस्करी

पुलिस ने आठ माह में पकड़ी लाखों की शराब

amit.raturi@inext.com

DEHRADUN: राजधानी में अन्य नशे के सामानों के अलावा अवैध शराब तस्करी भी कुछ कम नहीं है। हाल की के आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। दरअसल त्योहार के नजदीक आते ही राजधानी में अवैध शराब की तस्करी विभिन्न राज्यों से शुरू हो जाती है। यहां तक की तस्करों ने ग्राहकों को फोन पर भी शराब मुहैया करा रहे हैं।

पुलिस के दावे हवा-हवाई

राजधानी से लेकर समीपवर्ती इलाकों में अवैध शराब की तस्करी जोरों पर है। पुलिस जहां रोजाना कार्रवाई की बात कर रही है वहीं तस्करों के हौसले इतने बुलंद हैं कि दून में अवैध शराब की तस्करी को रोकने में पुलिस के दावे हवाई साबित हो रहे हैं। ऐसे में पुलिस का एंटी ड्रग्स अभियान धरातल पर नहीं उतर पा रहा है।

आंकड़ों पर नजर

पुलिस के आंकड़ों के अनुसार वर्ष ख्0क्7 में त्योहारी सीजन में हुई कार्रवाई के दौरान अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कुल ब्0ब्क्9 बोतलें शराब की पकड़ चुकी है। जिनकी लागत लगभग क् करोड़ क्7 लाख ब्फ् हजार क्ख्0 रुपए है। इसके अलावा 9ब्ख् मामले दर्ज कर 98भ् लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही फ्क्8 वाहनों को भी सीज किया गया है।

दून में हैं शराब की 7फ् दुकानें

राजधानी में लगभग 7फ् शराब की अधिकृत दुकानें हैं। बावजूद दून में अवैध शराब तस्करी चरम पर है। कारण त्योहारी सीजन में खपत अधिक होने के साथ विभिन्न राज्यों की अवैध शराब को सस्ते में खरीदना है।

छोटे तस्करों तक सिमटी कार्रवाई

अवैध शराब तस्करी में लिप्त बड़े तस्करों पर पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिससे पुलिस शहर के छोटे तस्करों को पकड़ कर रस्मअदायगी करती है। ऐसे में शराब तस्करी पर अंकुश लगना कहीं दूर दूर तक नजर नहीं आ रहा है।

राजधानी में नशे की बढ़ती खपत पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने स्पेशल टीम का गठन किया है। जिसके तहत कार्रवाई भी की जा रही है। रही सीजन में अवैध तस्करी का मामला तो अधिकारियों को निर्देशित कर संवेदनशील स्थानों पर चौकसी बरतने को कहा गया है।

निवेदिता कुकरेती, एसएसपी, दून

कोबरा गैंग का पर्दाफाश

ष्ठश्व॥क्त्रन्ष्ठहृ: पुलिस ने राजधानी में स्मैक तस्करी के लिए कुख्यात कोबरा गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने आरोपियों से लाखों रुपए की स्मैक और महंगे मोबाइल बरामद कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।

मुखबिर से मिले थे इनपुट

पुलिस ने अनुसार मुखबिर से सूचना मिली कि स्कूटी सवार पांच युवक संदिग्ध अवस्था में बंजारावाला क्षेत्र से पटेलनगर की ओर आ रहे हैं। पुलिस ने चेकिंग अभियान के तहत स्कूटी सवार युवकों को रोकने का प्रयास किया तो वह हड़बड़ा कर भागने लगे। पुलिस ने कुछ ही दूरी पर स्कूटी सवारों को पकड़ लिया। जिनकी तलाशी लिए जाने पर उनके पास से करीब 8भ् ग्राम स्मैक, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, ख्भ् महंगे मोबाइल फोन, दो स्कूटी व भ्0 हजार की नकदी बरामद हुई। बताया जा रहा है कि पकड़ी गई स्मैक की कीमत भ् लाख रुपए से ऊपर है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में से दो आरोपी बरेली से स्मैक की तस्करी करते हैं और यहां महंगे दामों पर छात्रों को बेचते हैं। बंजारावाला क्षेत्र में वह तीन युवकों को स्मैक ही बेचने आए थे।

गिरोह का सरगना संदीप

पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में अपनी पहचान फैजल पुत्र एसएस मोहम्मद निवासी डालनवाला, कैलाश भंडारी पुत्र भोपाल सिंह निवासी बालावाला, संदीप शर्मा पुत्र भुवनेश्वर शर्मा निवासी अधोईवाला, राहुल पुत्र सतेंद्र कुमार, निवासी अंबेडकर नगर डालनवाला एवं दीपक चौधरी पुत्र हंसराज निवासी तुनवाला के रूप में कराई है। जिसमें संदीप शर्मा गैंग का सरगना है, जो फोन कॉलिंग के जरिए छात्रों को स्मैक उपलब्ध कराता था।

सामान गिरवी रख देते थे स्मैक

पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे नशे के आदी छात्रों से उनका सामान गिरवी रख लेते थे। आरोपियों के पास बरामद ख्भ् महंगे मोबाइल फोन जिनकी कीमत करीब डेढ़ लाख रुपए है, छात्रों के ही हैं।

नशे के इंजेक्शंस पकड़े

देर रात पटेलनगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने भंडारी बाग के पास एक व्यक्ति को संदिग्ध अवस्था में पकड़ लिया। तलाशी लिए जाने पर व्यक्ति के पास से ख्फ्ख् नशे के इंजेक्शन बरामद कर लिए गए। बताया जा रहा है कि उक्त इंजेक्शनों की कीमत करीब ख्0 हजार रुपए है।

यूपी और पंजाब से आ रही खेप

पुलिस के अनुसार अमूमन पकड़ी जा रही नशे की खेप राज्य के बाहर विभिन्न प्रांतों यूपी और पंजाब से सप्लाई होकर आ रही है। जिसमें

म्0 किलो चरस

फ् किलो स्मैक

म्म्म्ख् नशीली गोलियां

ख्0700 नशीले इंजेक्शन अभी तक पकड़े गए हैं।