-एंटी रोमियो सेल पर अपने पावर का दुरुपयोग करने का आरोप

-विद्यापीठ--BHU के students ने इसके विरोध में PM के संसदीय कार्यालय में सौंपा ज्ञापन

-बोले, निर्दोष लड़के-लड़कियां बन रहे पुलिस का शिकार

-पुलिस से एंटी रोमियो स्क्वॉड पर की गाइडलाइन जारी करने की मांग

VARANASI

Case-1

अस्सी घाट पर घूमने पहुंचे चचेरे भाई-बहन को एंटी रोमियो स्क्वॉड ने पकड़ लिया। जब तक परिवारीजन पहुंचे नहीं तब तक उन्हें छोड़ा नहीं गया। घरवालों का आरोप था कि बच्चे बता रहे थे कि हम भाई-बहन हैं फिर भी उन्हें पकड़ लिया गया।

ष्टड्डह्यद्ग-2

लंका से बीएचयू की ओर जा रहे बीएचयू के छात्र-छात्रा को एंटी रोमियो स्क्वॉड ने एक रेस्टूरेंट के पास पकड़ लिया। बीएचयू स्टूडेंट बताने के बाद भी उन्हें नहीं छोड़ा गया। आखिरकार स्टूडेंट्स द्वारा दोस्त से अपने हॉस्टल से आईकार्ड मंगाना पड़ा तब जाकर उन्हें छोड़ा गया।

ष्टड्डह्यद्ग-3

दुर्गाकुंड कबीर नगर स्थित एक इंजीनियरिंग कोचिंग में साथ पढ़ने वाले छात्र और छात्रा को एंटी रोमियो स्क्वॉड ने तब पकड़ लिया जब दोनों कोचिंग से अपने-अपने हॉस्टल की ओर जा रहे थे। बाद में कोचिंग संचालक की गुहार पर उन्हें छोड़ा गया।

ष्टड्डह्यद्ग-4

रविदास गेट के पास कोचिंग से लौट रहे लड़की व लड़के को पुलिस ने पकड़ लिया। विरोध करने पर लड़के की जमकर पिटाई की गई। बिन अपराध के दोनों को थाने में बैठाया गया।

ससंदीय ऑफिस में पड़ी अर्जी

ये केसेज यह बताने के लिए काफी हैं कि मजनुओं के खिलाफ आपरेशन चलाने के लिए अपने शहर बनारस में जिस एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया गया है उसमें शामिल पुलिस वाले किस तरह से मनमानी कर रहे हैं। जहां भी कोई लड़का-लड़की साथ दिख जा रहे हैं उनसे बिना पूछताछ किये ही पकड़ ले रहे हैं। अपना रिश्ता बताने के बाद भी उन्हें तब छोड़ा जा रहा है जब उनके पेरेंट्स पहुंच रहे हैं। जबकि ग‌र्ल्स कॉलेजेज, यूनिवर्सिटीज, कॉलोनियों, मुहल्लों में लड़कियों को छेड़ने वालों के लिए यूपी गवर्नमेंट ने ये एंटी रोमियो स्क्वॉड सेल का गठन किया है, पुलिस की अलग-अलग टीमें रोमियो पर चाबुक चला रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ एंटी रोमियो स्क्वॉड सेल ने ऐसे लड़की-लड़कों को परेशान, तंग करना शुरू कर दिया है जो भाई-बहन, दोस्त और स्टूडेंट्स भी हैं। गंगा घाटों से लेकर शहर के प्रमुख मार्केट, पार्को में एक्टिव सेल ऐसे लड़की-लड़कों को पकड़ रहा है जो निर्दोष हैं। पकड़े जाने के बाद उनके पेरेंट्स को थाने बुलाने के बाद छोड़ा जा रहा है। यह कहीं न कहीं परिजनों व इस तरह से पकड़े जा रहे छात्र-छात्राओं को मानसिक प्रताड़ना भी दे रहा है। शुक्रवार को इसी के विरोध में विद्यापीठ-बीएचयू के स्टूडेंट्स ने रविंद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय में पहुंचकर एक लेटर सौंपा जिसमें निर्दोषों पर कार्रवाई न करने और एंटी रोमियो स्क्वॉड पर एक गाइडलाइन जारी करने की मांग की।

इधर गायब है एंटी रोमियो सेल

एक तरफ एंटी रोमियो स्क्वॉड में शामिल पुलिसवाले अपना काम दिखाने के लिए जहां निर्दोष लड़कों को पकड़ रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर ग‌र्ल्स हॉस्टल वाले कॉलोनियों में रोमियो पर कोई चाबुक नहीं चलाया जा रहा है। लंका, प्रफुल्ल नगर कॉलोनी, नरिया के साकेतनगर, सुंदरपुर, बृजइंक्लेव कॉलोनी के अलावा भी शहर के कई अन्य एरिया में ऐसी कॉलोनियां व अपार्टमेंट हैं जहां छात्राओं, युवतियों पर राह चलते फब्तियां कसी जाती हैं। शाम ढलते ही ग‌र्ल्स हॉस्टल्स के बाहर बाइक पर सवार युवकों का जमावड़ा रहता है। महमूरगंज के निराला नगर लेन नंबर क्क् में तो कंडीशन और भी बदतर है। यहां बाहरी लड़कों का विरोध करने पर घर में पत्थरबाजी और बाहर खड़े व्हीकल्स तक को डैमेज कर दिया जाता है। इलाकाई फैंटम दस्ता भी रोक नहीं लगा पा रहा है।

एनजीओ व बीएचयू के स्टूडेंट्स ने लेटर सौंपा है, लेटर में उनकी डिमांड है कि बेवजह किसी लड़के-लड़कियों को तंग नहीं किया जाए। एंटी रोमियो सेल का गठन यूपी सरकार की सबसे बड़ी व बेहतरीन पहल है। लेकिन इसका कहीं से भी दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।

शिवशरण पाठक

प्रभारी

प्रधानमंत्री ससंदीय कार्यालय, रविंद्रपुरी