* ईएल मंजूर होने के बावजूद ऑफिस आ रहे थे एएसपी राजेश साहनी

* खुशमिजाज अफसर के इस तरह के अंजाम से पुलिस महकमा स्तब्ध

* डीजीपी, एडीजी एलओ समेत तमाम अफसरों ने जताया दुखसाहनी पर अत्यधिक काम का बोझ था

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LUCKNOw : राजेश साहनी...सिर्फ नाम याद आने भर से आंखों के सामने उनका मुस्कुराता हुआ चेहरा सामने आ जाता हो, उस शख्स का ऐसा अंजाम जिसने भी सुना स्तब्ध रह गया। फिर चाहे वह सीनियर पुलिस अधिकारी हों, सहकर्मी, मीडियाकर्मी या फिर उनसे परिचित आम लोग, जिसने भी एएसपी साहनी के सुसाइड की खबर सुनी तो उसे विश्वास नहीं हुआ। सभी अपने परिचितों को कॉल कर इस खबर के अफवाह होने की पुष्टि कर लेना चाह रहे थे। पर, उनकी यह कोशिश निष्फल हुई। इतने बेहतरीन और खुशमिजाज अफसर के सुसाइड ने सवाल खड़ा कर दिया है कि इसके पीछे पारिवारिक कलह जिम्मेदार है या फिर उन पर अत्यधिक काम का बोझ था, जिसने उन्हें मौत का रास्ता चुनने को मजबूर कर दिया। फिलवक्त पुलिस जांच कर वजह का पता लगाने में जुट गई है।  

सोमवार से थे छुट्टी पर

एटीएस सूत्रों ने बताया कि एएसपी साहनी सोमवार से 10 दिनों की अर्न लीव पर थे। बावजूद इसके उन्हें सोमवार को ऑफिस बुलाया गया। मंगलवार को भी एएसपी साहनी 11.30 बजे ऑफिस पहुंचे। इसी के सवा घंटे बाद उन्होंने अपने ड्राइवर से पिस्टल मांग खुद को गोली से उड़ा लिया। एएसपी साहनी के परिचितों का कहना है कि परिवार में उनकी पत्नी सोनी व बेटी श्रेया है। बेटा श्रेया ने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से सोशल साइंस से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है और अब वह मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में एडमिशन लेने की तैयारी में थी। एएसपी साहनी बुधवार को बेटी श्रेया के साथ मुंबई जाने वाले थे। हालांकि, बताया जाता है कि छुट्टी मंजूर होने के बाद भी ऑफिस बुलाए जाने से वे बेहद खिन्न थे।

मीडिया से शुरू किया करियर का सफर

बिहार के पटना के मूल निवासी राजेश साहनी 1992 बैच के पीपीएस ऑफिसर थे। पुलिस की नौकरी ज्वाइन करने से पहले एएसपी साहनी दिल्ली स्थित एक नेशनल न्यूज चैनल में असाइनमेंट एडिटर थे। बीते दिनों उन्होंने इस रिपोर्टर से मुलाकात के दौरान पुराने समय को याद करते हुए बताया था कि शुरुआती दिनों में मीडिया में नौकरी के दौरान उनका काम ऑफिस तक सीमित था, जो उन्हें संतुष्टि नहीं देता था। यही वजह है कि उन्होंने पीपीएस का एग्जाम दिया और उसमें सेलेक्ट हो गए।

कई गुड वर्क थे इनके नाम

यूपी पुलिस ज्वाइन करने के बाद एएसपी साहनी ने एक के बाद एक कई गुडवर्क किए। एटीएस में बीते लंबे समय से तैनात एएसपी राजेश साहनी में काम को लेकर बेहद जुनूनी थे। यूपी एटीएस के बीते चार साल के गुडवर्क पर नजर डालें तो सर्वाधिक गुडवर्क उन्हीं की कड़ी मेहनत का नतीजा थे। राजधानी में आईएस के खुरासान मॉड्यूल को नष्ट करते हुए आतंकी सैफुल्लाह का एनकाउंटर हो या फिर बीते दिनों आईएसआई के नेटवर्क का खुलासा। एएसपी साहनी ने आतंकियों की कमर तोड़कर रख दी थी।

भावुक हुए अफसर

एएसपी राजेश साहनी यूपी पुलिस के बेहद काबिल ऑफिसर्स में से एक थे। उनके सुसाइड की क्या वजह थी, इसका पता लगाया जा रहा है। इस दुख की घड़ी में हमारी प्रार्थनाएं उनके परिवार के साथ हैं।

ओपी सिंह, डीजीपी,  उत्तर प्रदेश

एएसपी राजेश साहनी एक होनहार और जांबाज अफसर थे। आत्महत्या के क्या कारण रहे हैं, पुलिस इसकी गहनता से जांच कर रही है। हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।

आनंद कुमार, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर

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