एक्सक्लूसिव

- आईआईटियंस ने तैयार की अनुभव नाम की डिवाइस, कीमत सिर्फ 200 रुपए

- लिखने में अगर नेत्रहीन छात्र कोई गलती कर देता है तो उसे सुधार सकेंगे

- डिवाइस का ट्रायल नेहरू नगर स्थित नेत्रहीन छात्रों के स्कूल में किया गया

- आईआईटियंस ने डिवाइस के लिए मई में पेटेंट के लिए आवेदन किया

KANPUR:

अब नेत्रहीनों का पढ़ाई करना बेहद आसान हो जाएगा। लिखते या पढ़ते हुए उन्हें कोई प्रॉब्लम नहीं होगी। क्योंकि अब उनकी मदद के लिए आईआईटियंस ने अनुभव नाम की डिवाइस डेवलप की है, जिससे वह मैथ्स के कैलकुलेशन आसानी से कर सकेंगे। यही नहीं अगर कहीं कोई गलती होगी तो उसे भी वह तुरंत ही दुरुस्त भी कर सकेंगे। छात्र अब लेफ्ट से राइट आसानी से लिख सकेंगे। इस डिवाइस का ट्रायल सिटी के नेहरू नगर नेत्रहीन विद्यालय के छात्रों पर किया जा चुका है। जहां से इस डिवाइस को ग्रीन सिग्नल मिल चुका है। इस डिवाइस के लिए आईआईटियंस ने पेटेंट के लिए भी आवेदन किया है।

एक साल में डेवलप की डिवाइस

आईआईटी के मास्टर ऑफ डिजाइन प्रोग्राम के फाइनल इयर के स्टूडेंट सचिव एन पी ने एक साल पहले नेत्रहीन स्टूडेंट्स के लिए अनुभव डिवाइस डेवलप करने के प्रोजेक्ट पर काम किया। इस प्रोजेक्ट में जूनियर विमल सी ने भी सपोर्ट किया। छात्र सचिन एनपी ने बताया कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट प्रोफेसर डॉ। शांतनु भट्टाचार्य मास्टर ऑफ डिजाइन के प्रो सत्की रे ने गाइड के रूप में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि डिवाइस को स्लेट स्टाइल में डेवलप किया गया है।

कई प्रॉब्लम करनी पड़ती हैं फेस

अभी नेत्रहीन स्टूडेंट्स ब्रेल सिस्टम से पढ़ रहे हैं। उसमें पढ़ने के लिए उन्हें जो शब्द मिलते हैं वह अंदर की तरफ होते हैं। जब वह लिखना शुरू करते हैं तो वह दाहिनी तरफ से स्टार्ट करते हैं। मैथ्स की कैलकुलेशन के लिए उन्हें टेलर बोर्ड का प्रयोग करना पड़ता है। एक बार अगर कोई गलती हो गई तो फिर उसे ठीक नहीं किया जा सकता है। इस तरह की समस्याओं से उन्हें रूबरू होना पड़ता था।

मैथ्स भी हो जाएगी आसान

अनुभव डिवाइस में नेत्रहीन स्टूडेंट्स के लिए काफी आसान काम किया गया है। एक तो उन्हें जो अंदर की तरफ शब्द पढ़ने पढ़ते थे, वह अब उभरे हुए स्टाइल में मिलेंगे। यही नहीं अब गणितज्ञ बनने के लिए उन्हें टेलर बोर्ड का यूज नहीं करना पड़ेगा। इसी डिवाइस में वह आसानी से मैथ्स के कैलकुलेशन कर सकेंगे। अनुभव डिवाइस के माध्यम से लिखने की स्टाइल चेंज हो जाएगी। वह अब सामान्य व्यक्ति की तरह लेफ्ट साइड से सीक्वेंस में ही लिखेंगे। उल्टा लिखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक बार कुछ लिख दिया तो उसमें भूल सुधार की पूरी गुंजाइश होगी।

अब कहीं से भी लिखो और करेक्शन करो

सिटी के नेहरू नगर नेत्रहीन विद्यालय के क्लास सेवेंथ के स्टूडेंट दीपक, कोमल और नितिन ने इस डिवाइस का ट्रायल लिया। स्टूडेंट्स ने डिवाइस को बेहतर बताया और कहा कि ब्रेल सिस्टम को अपडेट करने में यह डिवाइस अहम रोल निभा रही है। पहले अगर एक बार फारमेट से पेपर निकाल दिया तो फिर उसे दुबारा उसे फिट नहीं कर सकते थे, लेकिन अनुभव डिवाइस में अभी तक किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आई है। सचिन एनपी ने डिवाइस के पेटेंट के लिए आवेदन मई माह में किया है। डिवाइस में एक पेंसिल व स्लेट है जिसमें के लेजर कटिंग टेक्नोलॉजी का यूज किया गया है। इस डिवाइस की कीमत करीब 200 रुपए आती है।