हाल ही में उन्हे अमिताभ बच्चन को पहली बार टीवी के लिए निर्देशित करने का मौक़ा मिला और उसमें वह काफ़ी नर्वस हो गए.अपने निहायत देसी अंदाज़ में बात करते हुए अनुराग बताते हैं, "मैं आज भी उनके सामने नर्वसा जाता हूं. पहली बार जब मुझे उन्हें निर्देशित करना था, पहले सीन में मैं कुछ बोल ही नहीं सका. मैं कहना चाहता था, पर कह नहीं पा रहा था. दूसरे सीन में ही बोल पाया. पहली बार सिर्फ़ मुंह से निकला कि सर अपना आईपैड हाथ में ले लीजिए."

रुकी हुई फ़िल्में

आज भले ही अनुराग अंतरराष्ट्रीय स्तर तक उपस्थिति दर्ज करवा चुके हैं और उनकी फ़िल्मों को लेकर दर्शकों में एक विशेष रुचि रहती है, लेकिन एक वक्त था जब बेहद मशक़्क़त के साथ बनी फ़िल्म पांच को सेंसर की मंज़ूरी ही नहीं मिली थी. अनुराग की यह फ़िल्म आज भी डिब्बाबंद है.

पांच का ज़िक्र छिड़ने पर अनुराग कहते हैं, "पांच करीब दो साल तक सेंसर में अटकी रही. बाद में सेंसर ने पास तो कर दी लेकिन तब तक निर्माता अपनी किसी समस्या की वजह से इसे रिलीज़ नहीं कर पाए. उनकी जगह मैं होता तो ख़ुशी से फ़िल्म को टेलीविज़न पर रिलीज़ कर देता."

निर्माता-निर्देशक के तौर पर उनकी अगली फ़िल्म 'बॉम्बे वेलवेट' है जिसमें रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा हैं. इसके अलावा अनुराग कॉमिक चरित्र 'डोगा' पर भी फ़िल्म ला रहे हैं. लेकिन दर्शक जल्द ही उनके 'टीवी डेब्यू' के भी गवाह बनेंगे. हालांकि उनकी भूमिका क्रियात्मक निर्देशन तक सीमित रही है.

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