इसके अलावा प्लंबर्स को कनेक्शन चार्ज तय करने की भी पूरी छूट दी गई है। अब इसे आप वही बात कह सकते हैं कि जैसे सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे।

MNAC ने झाड़ा पल्ला
मानगो वाटर प्रोजेक्ट कंप्लीट होने के बाद लोगो के चेहरे पर आई खुशी धीरे-धीरे गायब होने लगी है। कनेक्शन लेने के लिए फार्म लेने से लेकर घर तक पाइपलाइन पहुंचाने में लोगो को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। एमएनएसी द्वारा वाटर कनेक्शन के लिए पहले 1500 रुपए कनेक्शन फी और 2980 रुपए प्लंबर चार्ज फिक्स किया गया था। पर इस सिस्टम के विरोध के बाद कुछ दिनों पहले एमएनएसी ने प्लंबर चार्ज खुद से कलेक्ट करना बंद कर दिया। पर लोगो को अभी इनडायरेक्टली इस फी को चुकाना पड़ रहा है।

Selected plumber ही देंगे connection
प्लंबर चार्जेज कलेक्शन बंद करने के बाद भी एमएनएसी के हाथों में ही सारी कमान दिखाई देती है। एएमएनएसी द्वारा कनेक्शन करने के लिए 88 प्लंबर सेलेक्ट किए गए हैं। अगर किसी को कनेक्शन लेना हो तो इन्ही में से किसी एक से लेना मजबूरी है। एमएनएसी द्वारा लिया जा रहे कनेक्शन चार्ज का स्लिप भी लोगो को इन प्लंबर्स के जरिए ही मिलेगा। कई लोग इस रुल का विरोध कर रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि अगर एमएनएसी को सिर्फ कनेक्शन फी से मतलब है तो फिर उसे लोगो को अपने हिसाब से प्लंबर चुनने की आजादी देनी चाहिए।

Slip सिर्फ 1500 का
कनेक्शन लेने के लिए कनेक्शन फी और प्लंबर चार्ज के रुप में चाहे कितने पैसे खर्च हो, लोगों को रसीद सिर्फ कनेक्शन फी के रुप में लिए जा रहे 1500 रुपए का ही दिया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब सभी प्लंबर एमएनएसी के डायरेक्शन पर काम कर रहे हैैं तो फिर उस रकम की रसीद क्यूं नहीं दी जा रही है।

पुराने rate की हो रही है demand
एमएनएसी के ऑफिसर्स के अनुसार प्लंबर चार्जेज पर कंट्रोल खत्म करने का मकसद लोगो को रेट में बारगेन करने की सुविधा देना है। स्पेशल ऑफिसर नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि लोगो के विरोध के वजह से इस सिस्टम के बंद किया गया। पर नए नियम का कोई फायदा होता नहीं दिख रहा। एमएनएसी द्वारा प्लंबर चार्ज के रुप में 2980 रुपए खत्म करने के बावजूद कई प्लंबर अभी भी कनेक्शन देने के लिए इतनी ही रकम की डिमांड कर रहे हैं।

फिर होगा विरोध
वाटर कनेक्शन में हो रही इस परेशानी का विरोध भी स्टार्ट हो गया है। जमशेदपुर वेस्ट के एमएलए बन्ना गुप्ता ने कहा कि एमएनएसी द्वारा प्लंबर चार्ज लिए जाने के नियम का विरोध किया गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले में अर्बन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी से भी बात की गई थी। उन्होंने कहा कि अगर दूबारा इस तरह की बाते सामने आ रही है तो फिर से आंदोलन किया जाएगा।

सात सालों का है इंतजार
मानगो वाटर प्रोजेक्ट की प्लानिंग करीब सात सालों पहले की गई थी। 2005-06 के बजट में इस प्रोजेक्ट को मेंशन किया गया था। 64.18 करोड़ की लागत वाले इस प्रोजेक्ट का फाउंडेशन स्टोन 2009 में रखा गया। प्रोजेक्ट को 2011 में कंप्लीट करना था पर इसका काम लगातार डीले होता रहा। इस मामले में पीआईएल फाइल होने के बाद झारखंड हाई कोर्ट ने इसे जनवरी 2013 तक पूरा करने का आदेश दिया। प्रति दिन 48 मिलियन लीटर वाटर सप्लाई की क्षमता वाले इस वायर प्रोजेक्ट के तहत पांच वाटर टॉवर, एक मार्डन ट्रीटमेंट प्लांट और एक रिर्जवायर बनाए गए है। इस प्रोजेक्ट के तहत वाटर कनेक्शन देने का जिम्मा एमएनएसी के हाथों में है। अब एमएनएसी द्वारा करीब सात हजार कनेक्शन फार्म बेचे जा चुके हैं।

'अगर प्लंबर द्वारा कनेक्शन के लिए पहले तय किए गए चार्ज की ही मांग की जा रही है तो ये गलत है। इसका विरोध किया जाएगा.'
बन्ना गुप्ता, एमएलए, जमशेदपुर वेस्ट

'एमएनएसी द्वारा सेलेक्ट किए गए प्लंबर से कनेक्शन लेना होगा। लोग अपने हिसाब से चार्ज तय करेंगे। हर प्लंबर को महीने में कम से कम सौ कनेक्शन देना होगा.'
नीरज श्रीवास्तव, स्पेशल ऑफिसर, एमएनएसी

'कनेक्शन के लिए प्लंबर 4480 रुपए की मांग कर रहे हंै लेकिन रसीद केवल 1500 रुपए की दी जा रही है। ऐसे में आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है.'
पिंटू श्रीवास्तव, मानगो

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in