डॉ। कलाम के पटना आने के एक-दो दिन पहले इसमें कई बातें ऐड होतीं गईं। पटना आने से पहले 'कौन बनेगा प्रेसिडेंट' के नेशनल खेल में फाइनल राउंड के कैंडिडेट्स की लिस्ट में डॉ। कलाम का नाम आ चुका था, तो सबके जेहन में एक ही सवाल था कि डॉ। कलाम क्या सोचते हैं। पर, डॉ कलाम ने अपनी विजिट में कुछ नहीं कहा। इलेक्शन फाइट करने से ना मना किया और ना ही हामी भरी। बस इतना कहा, सही वक्त पर डिसीजन लूंगा।

खुश रखने का गुरुमंत्र
पटना विजिट में डॉ। कलाम ने दो इंस्टीच्यूट्स के प्रोग्राम में पार्टिसिपेट किया, जिसमें पहला प्रोग्राम एनएसआईटी, बिहटा में था। जबकि दूसरा एसकेएम हॉल में गुलजार ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूट्स का। डॉ। कलाम का नाम प्रेसिडेंट इलेक्शन के संभावितों में आ जाने के बाद भले ही पॉलिटिकल एक्टिविटीज बढ़ गयी हों, लेकिन अपने विजिट में डॉ। कलाम इससे बचते रहे। एसकेएम हॉल में आयोजित फंक्शन में डॉ। कलाम का पूरा फोकस स्टूडेंट्स को 'वाट कैन आई गिव मिशन' से जोडऩे का रहा। कलाम की स्पीच इंस्पीरेशनल और मोटिवेशनल रही। उन्होंने स्टूडेंट्स से फैमिली, सोसाइटी, स्टेट और नेशन को डेवलप करने के साथ सबको खुश रखने का गुरुमंत्र शेयर किया.

सक्सेस के तीन मंत्र
इस दौरान डॉ। कलाम ने लाइफ में सक्सेस के तीन मंत्र शेयर किए। पहले मंत्र में उन्होंने सभी से अपनी मां को खुश रखने को कहा। इस संबंध में उन्होंने कहा कि अगर मां खुश रहेगी तो फैमिली खुश होगी, फैमिलीज खुश होंगी तो सोसाइटी खुश होगी और इसका असर स्टेट और नेशन की डेवलपमेंट पर दिखेगा। सक्सेस के दूसरे मंत्र के बारे में बताया कि करप्शन के खिलाफ होना है, जिसकी शुरुआत घर से करनी है। तीसरा मंत्र प्लांटेशन का था, जिसके बारे में डॉ। कलाम ने कहा कि ग्रीनरी की कमी होने के कारण प्लांटेशन अब एक मिशन है। हर किसी को इसमें भाग लेना होगा तभी कुछ हो सकेगा।

इन्होंने किया कलाम को इंस्पायर
डॉ। कलाम को इंस्पीरेशन मानने वालों की पूरे वल्र्ड में कमी नहीं है। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी डॉ। कलाम के मुरीद हैं। उनके साइंटिफिक अप्रोच से लेकर उनके प्रेसिडेंशियल वर्क और सबसे अधिक उनके विचारों से लोग इंस्पायर्ड हैं। लेकिन डॉ। कलाम भी कई लोगों से इंस्पायर्ड हैं, जिनके बारे में उन्होंने पटना विजिट के दौरान स्टूडेंट्स को बताया।
फादर डेविस चिरामेल
डॉ। कलाम ने केरल में रहने वाले फादर डेविस चिरामेल के बारे में बताया, जिनसे वो इंस्पायर्ड हैं। उन्होंने बताया कि फादर डेविस मुझसे एक किडनी डोनर्स के फेडरेशन का इनॉगरेशन करने के लिए मिले थे। उसी दौरान मुझे पता चला कि उन्होंने भी अपनी एक किडनी डोनेट कर दी है, एक इलेक्ट्रीशियन को। डॉ। कलाम ने बताया कि हेल्दी सोसाइटी को आज ऐसे ही व्यक्तियों की जरूरत है जो कुछ अच्छा करने में कास्ट-रीलिजन, बड़ा-छोटा कोई बाउंड्री ना रखें।
मैडम मेडिलीन
बेल्जियम से 1962 में इंडिया शिफ्ट हुई मैडम मेडिलीन के बारे में डॉ। कलाम ने बताया कि पिछले पांच दशकों से वे इंडिया में सोशल वर्क कर रही हैं। उन्होंने बताया कि मैडम मेडिलीन बच्चों के एजुकेशन, रीहैबिलिटेशन के साथ सीनियर सिटिजन के लिए काम करती हैं। डॉ। कलाम ने बताया कि मैडम मेडिलीन के काम को देखकर महात्मा गांधी से उनकी मां द्वारा कही एक बात याद आती है। जिसमें गांधी जी की मां ने कहा था कि अगर तुम किसी की लाइफ सेव कर पाते हो तभी तुम्हारी लाइफ सक्सेसफुल होती है।

सिक्योरिटी लैक
डॉ। कलाम के आने के कारण राजधानी में पुलिस की एक्टिविटीज बढ़ गयी थीं। प्रोटोकॉल के मुताबिक डॉ कलाम की सिक्योरिटी की अरेंजमेंट थी, लेकिन चूक फिर भी हो गयी। शुक्रवार दोपहर जब कलाम राजभवन में लंच के लिए जा रहे थे उनके कारकेड के बीच में एक ट्रैक्टर आ गया। पटना में क्राइम के बढ़ते टेंपरेचर के कारण मामला सेंसिबल हो गया था, लेकिन फॉर्चुनेटली सबकुछ ठीक रहा।

क्विज के बहाने मिसाइलमैन से मुलाकात
डॉ। कलाम से मिलने को एसके मेमोरियल हॉल में स्टूडेंट्स का हुजूम पहले से ही जमा था। जब तक डॉ। कलाम आए तब तक उनसे जुड़े सवालों को लेकर एक क्विज हुआ जिसमें से 11 विनर्स सेलेक्ट किए गये। सभी विनर्स ने डॉ। कलाम के साथ मंच शेयर किया। इनमें मधुकर मोहन, रवि मेहता, कौशल कुमार, विवेक आनंद, अजीत कुमार, दीपक कुमार, संजीत कुमार, गोविंद, मृत्युंजय, शुभम, तेजस शामिल रहे.

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